नई दिल्ली। रुपए की कमजोरी के कारण आईटी और फार्मा कंपनियों और कुछ आयातों पर सरकार द्वारा लगई गई एंटी-डंपिंग ड्यूटी के कारण स्टील निर्माता कंपनियों के शेयरों में तेजी से भारतीय शेयर बाजार को मजबूती मिली। इसके अलावा एशियाई बाजारों की तेजी से भी बाजार के सेंटिमेंट में सुधार हुआ। BSE का Sensex 456 अंकों की बढ़त के साथ 26316 अंकों पर और NSE Nifty 149 अंकों के उछाल के साथ 8114 पर बंद हुआ।
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मिडकैप और स्मॉल कैप में रही तेजी
- शुक्रवार को BSE Midcap में 1.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
- वहीं स्मॉलकैप 2 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ बंद हुआ।
इन प्रमुख शेयरों में दिखी बढ़त
- NSE की तेजी में आधे से अधिक योगदान आईटी शेयरों का रहा।
- NSE IT 4.75 फीसदी की बढ़त के साथ 10,115 अंकों पर बंद हुआ।
- TCS में 5.9 फीसदी, इन्फोसिस में 4.77 फीसदी और टेक महिन्द्रा में 5.83 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
- Nifty Pharma 3 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ।
- सन फार्मा में 4.39 फीसदी, अरविंद फार्मा में 4.04 फीसदी और ल्युपिन में 3.16 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
- शुक्रवार को BSE Metal सूचकांक में 2 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई।
- NALCO में 7.74 फीसदी, JSW Steel में 3.62 फीसदी, SAIL में 2.86 फीसदी और JSPL 2.70 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए।
रुपए में गिरावट से निवेशक सतर्क
- शेयर बाजार में निवेशक चौकस देखे गए क्योंकि पिछले कुछ सत्रों से रुपए में गिरावट देखी जा रही है।
- गुरुवार (24 नवंबर) दिन के समय डॉलर के मुकाबले 68.86 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर चला गया था।
- सरकार के नोटबंदी के फैसले और अमेरिका में ब्याज दरों के बढ़ने की संभावना से उपजी चिंता से रुपया में गिरावट आई है।
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जियोजित बीएनपी पारिबा के चीफ मार्केट स्ट्रेटजिस्ट आनंद जेम्स के अनुसार
उम्मीद थी कि अल्पावधि में शेयर बाजार दबाव में रहेगा। शुक्रवार को बाजार में खरीदारी अपेक्षित थी क्योंकि पिछले 3-4 महीनों में डेरिवेटिव रॉलओवर के आंकड़े सबसे कम रहे हैं। विमुद्रीकरण का असर शेयर बाजार पर कुछ दिनों तक बना रहेगा।
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