वैश्विक चिंताओं के बीच शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लुढ़के
कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को शेयर बाजार लाल निशान पर खुला। बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 40770.43 अंकों पर खुला, वहीं दूसरी तरफ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 19 अंक की तेजी के साथ 12,067.65 पर खुला।
नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों की चिंता के बीच मंगलावार को स्थानीय शेयर बाजारों की शुरुआत गिरावट से हुई। कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 65.51 अंक यानी 0.16 प्रतिशत गिर कर 40,736.66 पर चल रहा था। नेशनल स्टॉक एसक्सचेंज का निफ्टी शुरू में 23.75 अंक यानी 0.20 प्रतिशत गिर कर 12,024.45 अंक पर था।
हालांकि खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 110.38 अंकों की गिरावट के साथ 40691.79 के स्तर पर कारोबार कर रहा था जबकि निफ्टी में 24 अंकों की गिरावट के साथ 12024.05 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक बाजार अर्जेंटिना और ब्राजील के एल्यूमिनियम और इस्पात पर नए प्रशुल्क लगाने के अमेरिका के ताजा निर्णय से सहमा हुआ है। सोमवार को अमेरिका का वाल स्टीट बाजार गिर कर बंद हुआ। इसका असर मंगलवार को एशियायी बाजारों पर दिखा। हांगकांग, दक्षिण कोरिया, और चीने बाजारों में गिरावट का रुझान था। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बने रहने का भी निवेशकों के आत्मविश्वास पर प्रतिकूल प्रभाव है। वायदा बाजार में ब्रेंट कच्चा तेल 0.31 प्रतिशत बढ़ कर 61.11 डालर प्रति बैरल पर चल रहा था।
डॉलर के मुकाबले रुपया शुरू में आठ पैसे मजबूत
रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले पिछले बंद के स्तर पर खुलने के बाद शुरु में तेजी पर था। निवेशकों को उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए इस सप्ताह अपनी नितिगत ब्याज दर में और कटौती कर सकता है। अंतर-बैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपए की विनिमय दर पिछले बंद के स्तर 71.66 प्रति डॉलर पर खुली और शुरुआती कारोबार में आठ पैसे मजबूत हो 71.58 पर पहुंच गयी थी।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की द्वैमासिक बैठक बंबई में हो रही है। इसके निर्णय पांच दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। देश की आर्थिक वृद्धि दर दूसरी तिमाही में गिर कर 4.5 प्रतिशत पर आ गयी है। इससे बाजार को लगता है कि रिजर्व बैंक सस्ते कर्ज की नीति जारी रखेगा और वह अपनी नीतिगत दर रेपो को और कम कर सकता है। जनवरी से अब तक नीतिगत दर प्रतिशत के हिसाब से 1.35 अंक नीचे आ चुकी है। यह इस समय 5.15 प्रतिशत है।
एनएसई, बीएसई से निलंबित हुआ कार्वी
एनएसई, बीएसई ने कार्वी की ब्रोकिंग मेंबरशिप को निलंबित कर दिया है। इक्विटी, डेरिवेटिव, कमोडिटी सभी सेगमेंट में कार्वी को ट्रेडिंग से रोक दिया गया है। ग्राहकों की 2,300 करोड़ रुपए की हेराफेरी के मामले में कार्वी पर यह कार्रवाई की गई है।
घरेलू शेयर बाजार में बीते सप्ताह जीडीपी के खराब आंकड़ों से निवेशकों का मनोबल टूटा जिसके कारण सप्ताह के आखिरी सत्र में गिरावट दर्ज गई और इसका असर बाजार पर इस सप्ताह भी देखने को मिलेगा। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव, डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल समेत सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का भी असर देखने को मिलेगा। ऑटो कंपनियों की बिक्री त्योहारी सीजन में कुछ सुधरने के बाद फिर नवंबर में गिर गई है।