23 जनवरी को खुलेगा एशिया की सबसे पुरानी एक्सचेंज BSE का IPO, निवेश से पहले जानिए ये 10 अहम बातें
BSE का IPO 23 से 25 जनवरी तक खुला रहेगा। इस इश्यू का प्राइस बैंड 805 से 806 रुपए तय किया गया है। BSE की IPO के जरिए करीब 1300 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है।
नई दिल्ली। एशिया के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) ने IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफर) का ऐलान कर दिया है। BSE का आईपीओ 23 से 25 जनवरी तक खुला रहेगा। इस इश्यू का प्राइस बैंड 805 से 806 रुपए तय किया गया है। BSE की IPO के जरिए करीब 1300 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। प्राइम डेटाबेस के मुताबिक साल 2016 में 26 कंपनियों ने IPO के जरिए 26,494 करोड़ रुपए जुटाए थे जो 2010 के बाद सबसे ज्यादा है।
जानिए ये 10 अहम बातें
(1) इस साल का पहला IPO
- बीएसई का आईपीओ एनएसई के इनिशियल पब्लिक ऑफर से पहले आ रहा है और यह इस साल का पहला IPO होगा।
(2) NSE पर भी होगी लिस्टिंग
- BSE के शेयर कॉम्पिटिटर एक्सचेंज NSE के प्लेटफॉर्म पर भी लिस्ट होंगे।
(3) 28.26 फीसदी हिस्से की होगी बिक्री
- BSE का यह इश्यू ऑफर फॉर सेल होगा और इसमें 1.54 करोड़ शेयर यानी मौजूदा शेयरहोल्डिंग के हिसाब से कुल होल्डिंग का 28.26 फीसदी हिस्सा बिकेगा।
- एक्सचेंज के शेयरहोल्डर्स में सिंगापुर एक्सचेंज, एटिकस मॉरीशस, अकासिया बैनयान पार्टनर्स और क्लैडवेल इंडिया होल्डिंग्स इंक शामिल हैं। शेयर 2 रुपए फेसवैल्यू के होंगे।
(4) नोमुरा, जेफ्रीज एक्सिस है बुक रनिंग लीड मैनेजर
- इडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज, एक्सिस कैपिटल, जेफ्रीज और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) इश्यू के ग्लोबल कोऑर्डिनेटर्स और बुक रनिंग लीड मैनेजर है।
- मोतीलाल ओसवाल इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स, SBI कैपिटल मार्केट्स, स्पार्क कैपिटल और SMC कैपिटल्स आईपीओ के को-बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।
(5) पिछले छह महीने में कमाया 105 करोड़ का मुनाफा
- फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में BSE की कुल 658.3 करोड़ रुपए थी। वहीं, इस दौरान कंपनी का मुनाफा 122.5 करोड़ रुपए का था।
- फाइनेंशियल ईयर 2016-17 की पहली छमाही में कंपनी ने कुल 105 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है। वहीं, इस दौरान कंपनी की आय 383.5 करोड़ रुपए रही है।
(6) सब्सिडियरी कंपनियों की वैल्यू अनलॉकिंग का मिलेगा फायदा
- BSE की 50 फीसदी हिस्सेदारी वाली सब्सिडियरी CDSL भी IPO लाने की तैयारी कर रही है।
- एक्सचेंज IPO के जरिए 25 फीसदी हिस्से की बिक्री करेगी।
- एक्सपर्ट्स के मुताबिक इससे BSE की सब्सिडियरी में CDSL के अलावा ICCL, BIL, MTPL भी शामिल है।
- ये सभी कंपनियां मुनाफे में है और अच्छी ग्रोथ दिखा रही है।
- इसीलिए आने वाले दिनों में इन कंपनियों में हिस्सा बिक्री के बाद निवेशकों के शेयरों वैल्यूएशन में जोरदार बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है।
(7) डिविडेंड देने की पॉलिसी बरकरार रखेगी BSE
- BSE के MD और CEO आशीष चौहान ने हाल में एक बिजनेस चैनल को दिए गए इंटरव्यु में कहा था कि BSE निवेशकों को डिविडेंड देने की पॉलिसी बरकरार रखेगा।
- एक्सचेंज अपनी डिविडेंट पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं करने जा रहा है। निवेशकों को आगे भी अच्छा डिविडेंड दिया जाएगा।
(8) विदेशी निवेशकों के पास है बड़ी हिस्सेदारी
- आशीष चौहान के मुताबिक BSE का बिजनेस मॉडल सिर्फ 1 या 2 आय के स्रोत पर निर्भर नहीं है।
- बीएसई में 60 फीसदी विदेशी निवेशकों का हिस्सा है। फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में बीएसई के प्रॉफिट मार्जिन में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
(9) IPO के जरिए NSE जुटाएगी 10 हजार करोड़ रुपए
- BSE के कॉम्पिटिटर NSE ने आईपीओ के लिए सेबी के पास पिछले महीने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था। NSE अपने इश्यू से 10,000 करोड़ रुपए जुटा सकता है।
(10) फिलहाल देश में एक ही लिस्टेड एक्सचेंज है MCX
- इससे यह पिछले छह साल का सबसे बड़ा IPO बन जाएगा। फिलहाल देश में एक ही लिस्टेड एक्सचेंज है। वह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया यानी (MCX) है।