ये हैं भारत के इतिहास के 5 सबसे बड़े IPO, लेकिन लिस्ट में जल्द हो सकता है बड़ा बदलाव
साल यानी 2023 में कुल 57 कंपनियों के आईपीओ आए थे, जिन्होंने कुल मिलाकर 49,436 करोड़ रुपये जुटाए थे। पिछले साल की तुलना में इस साल अभी तक 29 प्रतिशत रकम जुटाई जा चुकी है। लेकिन अभी ये आंकड़े काफी बड़े होने वाले हैं।
आईपीओ के लिहाज से ये साल काफी शानदार गुजर रहा है। शेयर बाजार में जारी ऐतिहासिक तेजी के बीच देश की तमाम छोटी-बड़ी कंपनियां फंड्स जुटाने के लिए आईपीओ लेकर आ रही हैं। शेयर मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास अभी हाल ही में सिर्फ 1 दिन में 13 कंपनियों ने आईपीओ की मंजूरी के लिए पेपर्स दाखिल किए हैं। इन सभी 13 कंपनियों के आईपीओ का कुल साइज करीब 8000 करोड़ रुपये बताया जा रहा है। इस साल यानी 2024 में अभी तक 62 कंपनियां अपने आईपीओ लेकर आ चुकी हैं। इन 62 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए कुल 64,000 करोड़ रुपये का फंड जुटाया है। यहां हम भारत के इतिहास के 5 सबसे बड़े आईपीओ के बारे में जानेंगे।
2023 के मुकाबले 2024 में काफी आगे निकला आईपीओ का मार्केट
आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले साल यानी 2023 में कुल 57 कंपनियों के आईपीओ आए थे, जिन्होंने कुल मिलाकर 49,436 करोड़ रुपये जुटाए थे। पिछले साल की तुलना में इस साल अभी तक 29 प्रतिशत रकम जुटाई जा चुकी है। लेकिन अभी ये आंकड़े काफी बड़े होने वाले हैं। जी हां, इस साल 3 बड़ी कंपनियों- हुंदै मोटर इंडिया, स्विगी और एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के आईपीओ आने वाले हैं। जिसके बाद इस साल आईपीओ के आंकडे़ न सिर्फ नया रिकॉर्ड बनाएंगे बल्कि इतिहास में अपना नाम भी दर्ज कराएंगे।
भारतीय इतिहास के 5 सबसे बड़े आईपीओ
- GIC यानी जनरल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन एक सरकारी इंश्योरेंस कंपनी है, जिसका आईपीओ साल 2017 में आया था। इस सरकारी कंपनी के आईपीओ का साइज 11,256.83 करोड़ रुपये था।
- अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर का आईपीओ साल 2008 में आया था। रिलायंस पावर ने अपने आईपीओ से 11,700 करोड़ रुपये जुटाए थे।
- सरकारी कोयला कंपनी- कोल इंडिया ने अपने आईपीओ से 15,200 करोड़ रुपये जुटाए थे। कोल इंडिया का आईपीओ साल 2010 में आया था।
- फिलहाल कई तरह की दिक्कतों का सामना कर रही दिग्गज फिनटेक कंपनी पेटीएम का आईपीओ साल 2021 में आया था। इस कंपनी ने आईपीओ के जरिए 18,300 करोड़ रुपये जुटाए थे।
- LIC का आईपीओ साल 2022 में आया था। भारत की सबसे बड़ी और सरकारी इंश्योरेंस कंपनी ने अपने आईपीओ से 21,000 करोड़ रुपये जुटाए थे।
ये नया नाम लिस्ट में हो सकता है शामिल
हालांकि, इस लिस्ट में एक बड़ा नाम शामिल होने वाला है। खास बात ये है कि ये नया नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर यानी पहले स्थान पर काबिज हो सकता है। जी हां, दक्षिण कोरियाई ऑटोमोबाइल कंपनी हुंदै मोटर कंपनी की भारतीय सब्सिडी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया का आईपीओ इस लिस्ट में पहले स्थान पर पहुंच सकता है। दरअसल, अलग-अलग रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि हुंदै मोटर इंडिया का आईपीओ 25,000 करोड़ रुपये का हो सकता है।