करीब 350 विंटेज कारों के मालिक तथा 21 गन सैल्यूट हेरिटेज एंड कल्चर ट्रस्ट के चेयरमैन मदन मोहन भी इस रैली में हिस्सा ले रहे थे। वह 1938 की आर्मस्ट्रांग सिडली की सात सीटों वाली लिमोजिन चला रहे थे। यह कार मूलत कपूरथला के महाराजा की थी। इसमें सिंक्रोनाइज्ड गियर हैं। यह अपने समय की सबसे छोटी गियरबॉक्स वाली कार थी। इसके अलावा उनकी ही 1949 की ब्यूक रोडमास्टर ने भी इस रैली में हिस्सा लिया। मदन मोहन ने कहा कि विंटेज गाड़ियों को चलाना एक अलग अहसास देता है। इन वाहनों को देखकर जब लोगों की आंखें चमक उठती हैं तो वह बेमिसाल अनुभव होता है। हम विंटेज कारों की रैलियों के जरिए लोगों को उन कारों के संरक्षण के प्रति भी जागरूक कर पाते हैं जिनका उत्पादन बंद किया जा चुका है।