मोबाइल पर एप डाउनलोड करने से पहले 5 रूल्स जरूर फॉलो करें
2010 से लेकर 2016 तक, स्मार्ट फोन पर मिलने वाले एप्प्स की डाउनलोड संख्या 4.5 billions से बढ़कर 224 billions हो चुकी है।
आज की तारीख में अनगिनत एप्प्स एंड्राइड के प्ले स्टोर और एप्पल के एप्प स्टोर में बहुत ही आसानी से उपलब्ध हैं। लेकिन एक बटन दबाते ही जो एप्प हमारे स्मार्ट फोन पर केवल चंद मिनटों में डाउनलोड हो जाते हैं, क्या आप जानते हैं वो कितने सुरक्षित है? कहीं ऐसा तो नहीं की इन एप्प के माध्यम से आपके मोबाइल फोन पर की जाने वाली गतिविधियों का ब्योरा किसी और के पास पहुँच रहा है। इसलिए कोई भी एप्प डाउनलोड करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि कहीं आपकी प्राइवेसी या सेंसिटिव इनफार्मेशन लीक तो नहीं हो रही। आइए देखते हैं कुछ टिप्स ऐसी ही टिप्स जिसे ध्यान में रखने से आप सेंसिटिव इनफार्मेशन के लीक होने से बच सकें -
मोबाइल फोन का ऑपरेटिंग सिस्टम
सभी स्मार्ट फोन किसी ना किसी ऑपरेटिंग सिस्टम के माध्यम से चलते हैं, इसलिए समय समय पर अपने मोबाइल फोन के सेटिंग्स में जाकर सुनिश्चित कर लें की आपका फोन पर लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेटेड है। ऐसा करने से कोई भी मैलवेयर या किसी भी तरह के वायरस से आपका फोन सेफ रहेगा और आपके फोन पर मौजूद इनफार्मेशन किसी और के पास नहीं जा सकेगी
हमेशा एप्प ट्रस्टेड सोर्स से डाउनलोड करें
अधिकाँश रूप में देखा गया है कि कुछ पैसे बचाने के लिए बहुत से मोबाइल फोन यूज़र्स मूवीज और OTT प्लेटफार्म के एप्प untrusted साइट से डाउनलोड कर लेते हैं। ऐसा करने से आप अपने फोन की सारी जानकारी किसी भी थर्ड पार्टी के लिए बहुत आसानी से सांझा कर रहे हैं। इसलिए हमेशा ट्रस्टेड सोर्स से ही एप्स डाउनलोड करें।
एप्प डाउनलोड करने से पहले रिसर्च करें
जब हम प्ले स्टोर या एप्प स्टोर से कोई भी एप्प डाउनलोड करने के लिए पेज ओपन करते हैं तो उसमे डेवलपर का नाम, कंपनी, उस एप्प या गेम के reviews जैसी चीज़े मौजूद रहती हैं। तो आपको बस इतना ही करना है कि एप्प डाउनलोड से पहले चेक कर लें कि एप्प किसने बनाया है, डेवलपर कौन है ? क्या डेवलपर या उस कंपनी पर भरोसा किया जा सकता है। साथ ही बाकी अन्य लोगों reviews भी पढ़ ले, ताकि उनके विचार को गौर करने के बाद आप तय कर सके कि एप्प डाउनलोड करना ठीक रहेगा या नहीं।
एप्प की परमिशन और प्राइवेसी पॉलिसी चेक करें
कोई भी एप्प डाउनलोड करते हुए वो एप्प आपको इस बात से सांझा करवाता है कि एप्प डाउनलोड के बाद वो आपकी इनफार्मेशन कैसे और कहाँ कहाँ उपयोग करेगा। इस बात को एक बार पढ़ के संतोष कर ले उसके बाद ही एप्प डाउनलोड करें। साथ ही एप्प की प्राइवेसी पॉलिसी क्या है। क्या वो आपकी इनफार्मेशन थर्ड पार्टी से शेयर करेगा या फिर अपने ही डेटा में स्टोर करेगा। इन दोनों बातो को समझ ले ताकि किसी भी तरह के फ्रॉड से आपका स्मार्टफोन बचा रहे।
अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स को एक बार चेक करें
एप्प डाउनलोड करने के बाद आप अपने स्मार्ट फोन की सेटिंग्स में जाकर उस एप्प की प्राइवेसी सेटिंग्स चेक कर लें। अधिकांश तौर पर सभी एप्प की प्राइवेसी सेटिंग्स डिफ़ॉल्ट पर सेट होती हैं याने की फोन पहले से ही प्रीसेट रहता ही कि एप्प के साथ कौन कौन सी इनफार्मेशन शेयर की जाए। लेकिन अगर आप चाहे तो आप खुद तय कर सकते हैं कि किसी भी एप्प में साथ कौन सी इनफार्मेशन शेयर करनी है और कौन सी नहीं।