तुरंत खरीदें टीवी, फ्रिज और एयर कंडीशनर, आ गई ये बुरी खबर!
कंपनियों ने फिलहाल कीमत वृद्धि को लेकर घोषणा नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में कंपनियां कीमतें बढ़ाने पर विचार कर सकती हैं।
नई दिल्ली। गर्मी का सीजन शुरू होने के साथ ही आप पर महंगाई का एक नया हमला हुआ है। यूक्रेन युद्ध का काला साया अब आपके घर पर भी पड़ना तय माना जा रहा है। कच्चे माल की महंगाई के कारण गर्मियों में एसी, फ्रिज और एयर कंडीशनर से लेकर पंखों तक की कीमत बढ़ना नय माना जा रहा है।
कंपनियों ने फिलहाल कीमत वृद्धि को लेकर घोषणा नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में कंपनियां कीमतें बढ़ाने पर विचार कर सकती हैं। दरअसल, रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते ग्लोबल मार्केट में कॉपर, एल्युमीनियम के दाम रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहे हैं। ये सभी धातुएं एसी, फ्रिज और पंखें जैसे प्रोडक्ट बनाने में काम में आती हैं।
कितनी बढ़ सकती हैं कीमतें
ऐसे में इसे बनाने वाली कंपनियों पर बोझ बढ़ रहा है। ग्लोबल मार्केट में एल्युमीनियम और कॉपर की कीमतें पिछले एक साल में डेढ़ गुने से भी ज्यादा बढ़ चुकी हैं। बाजार के जानकारों के अनुसार यदि युद्ध जल्द नहीं थमा तो इनकी कीमतों में 7 से 10 फीसदी का बड़ा इजाफा हो सकता है. पिछले दो साल में कंपनियां तीन बार कीमतें पहले ही बढ़ा चुकी हैं।
कच्चा माल हुआ महंगा
ग्लोबल मार्केट में एल्युमीनियम और कॉपर की कीमतें पिछले एक साल में डेढ़ गुने से भी ज्यादा बढ़ चुकी हैं। पिछले साल फरवरी में एल्युमीनियम का भाव 1.61 लाख रुपये प्रति टन था, जो अब 2.80 लाख रुपये पहुंच गया है। इसी तरह, कॉपर की कीमतें भी 5.93 लाख रुपये प्रति टन से बढ़कर 7.72 लाख प्रति टन हो गई।
महंगे क्रूड से भी पड़ा असर
क्रूड के बढ़ते भाव से भी कंपनियों को कीमतें बढ़ाने पर विचार करना पड़ रहा है। पेंट और प्लास्टिक जैसे उत्पाद सीधे तौर पर महंगे हो रहे। इसका असर भी कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के उत्पादन पर दिख रहा। ईंधन की महंगाई से माल ढुलाई की लागत में भी इजाफा हुआ है। लिहाजा कुलमिलाकर कंपनियों पर उत्पादन लागत बढ़ा तो इसका बोझ उपभोक्ताओं पर आना तय है।