अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही आप मोबाइल फोन की जगह सैटेलाइट फोन से बात कर रहे हों। दरअसल भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने उपग्रह संचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन की प्रक्रिया और अन्य मानदंडों पर सार्वजनिक टिप्पणियां आमंत्रित की हैं।
एक अधिकारिक बयान में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई। उपग्रह कंपनियों को नीलामी के जरिये स्पेक्ट्रम आवंटन के मुद्दे पर दूरसंचार विभाग ने ट्राई से अनुशंसा मांगी थी। उसके बाद ही ट्राई का “अंतरिक्ष आधारित संचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम का आवंटन” संबंधी यह परामर्श पत्र आया है।
बयान के मुताबिक, “ट्राई ने दूरसंचार विभाग की तरफ से उल्लिखित अंतरिक्ष-आधारित संचार सेवाओं के लिए प्रासंगिक सभी स्पेक्ट्रम बैंडों पर विचार किया है। इस परामर्श पत्र में हितधारकों के विचार के लिए विशिष्ट मुद्दों को उठाया गया है।” ट्राई ने इस मुद्दे पर हितधारकों से चार मई, 2023 तक लिखित टिप्पणियां और 18 मई, 2023 तक जवाबी टिप्पणियां आमंत्रित की हैं।
उपग्रह संचार कंपनियों ने नीलामी के जरिए स्पेक्ट्रम आवंटन का विरोध किया है, जबकि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं का कहना है कि वाणिज्यिक उपयोग के लिए स्पेक्ट्रम केवल नीलामी के जरिए ही आवंटित किए जाने चाहिए।
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