Google Chrome का उपयोग करते समय अपनी प्राइवेसी के लिए ये 5 कदम जरूर उठाएं
गूगल क्रोम वेब पेज की स्पीड भी बढ़ाता है तो सर्चिंग और सर्फिंग को आसान भी करता है। लेकिन अगर आपको लगता है कि आपकी सर्चिंग सर्फिंग या डेटा सेक्योर नहीं है, आपको प्राइवसी इशू है तो आप ये सिम्पल 5 स्टेप्स करके प्राइवसी और मजबूत कर सकते हैं।
Privacy for Google Chrome: गूगल क्रोम दुनिया के सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले ब्राउजर में से एक है। गूगल क्रोम वेब पेज की स्पीड भी बढ़ाता है तो सर्चिंग और सर्फिंग को आसान भी करता है। लेकिन अगर आपको लगता है कि आपकी सर्चिंग सर्फिंग या डेटा सेक्योर नहीं है, आपको प्राइवसी इशू है तो आप ये सिम्पल 5 स्टेप्स करके प्राइवसी और मजबूत कर सकते हैं।
Do Not Track
जब भी हम कोई वेबसाइट खोलते हैं तो उसके कुकीज सेव हो जाते हैं। अमूमन हम ध्यान नहीं देते और सारे कुकीज को एक्सेप्ट कर लेते हैं। अब जब हम दोबारा वो साइट खोलते हैं तो वो पेज हमारी वेब हिस्ट्री को ट्रैक करते हुए पहले के मुकाबले जल्दी खुल जाता है। लेकिन इस चक्कर में आपकी प्राइवसी से समझौता हो जाता है इसलिए गूगल क्रोम की सेटिंग्स में जाकर, Do not track ऑप्शन को enable कर दीजिए।
Two way verification
गूगल क्रोम का लॉगिन पासवर्ड आप चाहें जितना भी मुश्किल बना लें, पर इसे ब्रीच किया जा सकता है क्योंकि ये पासवर्ड आपके सिस्टम में कई जगह सेव होता है। अब ऐसे में अगर कोई आपका क्रोम अकाउंट ही खोल ले तो ब्राउजिंग हिस्ट्री से लेकर बुकमार्क्स तक सारी प्राइवेसी खत्म हो सकती है, इसलिए गूगल क्रोम सेटिंग्स में जाकर अकाउंट और लॉगिन में टू वे वैरिफिकेशन एक्टिव कीजिए। अब आप किसी नए सिस्टम से लॉगिन करेंगे तो मोबाइल पर एक ओटीपी भी आयेगा।
Avoid save credit/debit cards
अक्सर गूगल हमारा समय बचाने के लिए किसी भी साइट पर अगर हम लॉगिन करते हैं तो उसका पासवर्ड सेव कर लेता है। यहां तक तो फिर भी ठीक है लेकिन गूगल क्रोम किसी पेमेंट गेटवे पर कार्ड डिटेल्स भी सेव करने की पर्मिशन लेता है ताकि हमें नेक्स्ट टाइम कार्ड के पूरे 16 digits न लिखने पड़ें। लेकिन प्राइवसी और सेफ्टी के लिए बेहतर यही है कि क्रेडिट या डेबिट कार्ड्स कभी सेव न किये जाएं।
Disable location tracking
हम किस जगह पर हैं, हम कहां जा रहे हैं, गूगल क्रोम इस सारे डेटा का रेकॉर्ड रखता है। इसी के बेस पर आपके पास विज्ञापन और सजेशन्स आते रहते हैं। लेकिन अगर आपको लगता है कि ये आपकी प्राइवसी के खिलाफ है तो आप आसान से गूगल क्रोम सेटिंग्स में जाकर सर्च में लोकेशन टाइप करके, उसे डिसेबल कर सकते हैं। गूगल आपकी लोकेशन ट्रैक करनी बंद कर देगा।
Disable or Encrypt data syncing
जिस तरह डू नॉट ट्रैक काम करता है, वैसे ही वेबसाइट की स्पीड बढ़ाने के लिए, आपको आपकी सर्च हिस्ट्री के हिसाब से विज्ञापन दिखाने के लिए या आपके आसपास हॉस्पिटल, पेट्रोल पंप, रेस्टोरेंट आदि कौन सी चीज कितनी दूरी पर है इसका रिकार्ड रखने के लिए गूगल क्रोम आपके हर डिवाइस से डेटा सिंक करता है। इस सिंकिंग में आपके कान्टैक्ट्स भी शामिल होते हैं। इसे आप डिसेबल कर सकते हैं, या डेटा सिंकिंग को इन्क्रिप्ट कर सकते हैं। इन्क्रिप्ट होने के बाद आपका डेटा और आपकी प्राइवसी, दोनों सिक्योर हो जायेंगे।