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Kitchen Chimney: किचन चिमनी की शॉपिंग से पहले इन 3 बातों को जरूर जानें

अगर आप किचन के लिए चिमनी खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो उससे पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है।

किचन चिमनी- India TV Paisa Image Source : FILE किचन चिमनी

अगर आप अपने किचन में कुकिंग के वक्त ढेर सारे धुएं और जगह-जगह ऑइल चिपकने जैसी दिक्कतों से परेशान हैं और किचन के लिए चिमनी लेने वाले हैं तो इन तीन बातों का जरूर ध्यान रखें।

1. किचन चिमनी लेने से पहले अपने कुक-टॉप का साइज जरूर चेक करें। किचन चिमनी 60cm से 120cm की रेंज में आती है। सिर्फ दो कुक-टॉप होने पर 60cm बेस्ट साइज होता है। इससे बड़े गैस कुकटॉप के लिए 90cm भी अच्छा ऑप्शन है। हालाँकि कुछ कम्पनीज 75cm की किचन चिमनी भी मार्केट में लाई हैं लेकिन इसमें आप ज्यादा वराइटी नहीं मिलेगी।

2- गैस कुक-टॉप की संख्या और साइज के बाद दूसरी सबसे जरूरी चीज ये जानना है कि आपके किचन में exhaust point से आपका कुक-टॉप कितना दूर रखा है। अगर आपका कुक-टॉप आपके किचन के वेंटीलेशन के बिल्कुल पास है तो आप वाल माउंटेड किचन चिमनी ले सकते हैं। अगर स्टोव दूर रखा है तो आपको डक्ट पाइप लगवाना होगा और डक्ट पाइप की शेप के अनुसार ही आपको किचन चिमनी इंस्टाल होगी। डक्ट पाइप दो शेप में आते हैं, एक स्फेरिकल होते हैं, जिसमें गोल चिमनी लगती है और दूसरा स्क्वायर डक्ट होता है उसमें स्क्वायर चिमनी लगती है।

3-  डक्ट और साइज के बाद तीसरी सबसे इम्पॉर्टन्ट चीज है, यूसेज! किचन चिमनी का सक्शन पावर 700 m3 per hour से लेकर 1650 m3 तक आते हैं। अब इसमें से आपको कितनी पावर की चिमनी चाहिए इसका अंदाजा आपको आपके यूसेज से पता चलेगा। अगर आप कम समय के लिए कुकिंग करते हैं और ज्यादा तेल-घी वाला खाना नहीं कहते हैं, अमूमन वेजिटेरियन फूड कहते हैं जिसे पकने में ज्यादा समय नहीं लगता है तो आपके किचन के लिए 700 से 1000m3 /hr वाली चिमनी काफी है। लेकिन अगर आप नॉन-वेज खाना पसंद करते हैं या बहुत ऑयली फूड पकाते हैं, तब आपको किसी भी हाल में 1100 m3 से नीचे की चिमनी नहीं लेनी चाहिए। लेकिन ये भी ध्यान रखना होगा कि अगर आप ज्यादा ऑइली फूड बनाते हैं तो आपकी चिमनी फिल्टर लेस न हो। हालांकि फिल्टरलेस चिमनी को मैन्टेन करना आसान होता है पर बहुत ऑइली फूड बनने पर इसके दिक्कत आने के चांस बढ़ जाते हैं।

आखिर में चिमनी लेने से पहले इन तीन बातों का तो ख्याल रखें ही, साथ-साथ ये भी जानें कि आपकी चिमनी में कभी कहीं कुछ बिगड़ जाए तो आपको अच्छी सर्विस मिल सके। हालाँकि अब ऑटो-क्लीनिंग फीचर के साथ भी किचन चिमनी आ गई हैं जो भले ही मैनुअल चिमनी के मुकाबले महंगी हों, पर लंबे समय में मेन्टीनेंस का खर्च बच जाता है और वो एक्स्ट्रा दी गई रकम बैलन्स हो जाती है।

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