सावधान! WhatsApp पर किया ये काम तो सीधे जाएंगे जेल, मामला जानना है आपके लिए बेहद जरूरी
इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वाट्सऐप (WhatsApp) का अगर आप भी करते हैं बहुत ज्यादा इस्तेमाल तो ये खबर आपके लिए पढ़ना बेहद जरूरी है। वरना आप कानून दांवपेंच में फंस सकते हैं।
नई दिल्ली। इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वाट्सऐप (WhatsApp) का अगर आप भी करते हैं बहुत ज्यादा इस्तेमाल तो ये खबर आपके लिए पढ़ना बेहद जरूरी है। वरना आप कानून दांवपेंच में फंस सकते हैं। फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वाट्सऐप (WhatsApp) ने कहा है कि ऐप का गलत इस्तेमाल करने वाले लोगों और कंपनियों के खिलाफ वह कानूनी कार्रवाई करेगी और जुर्माना भी लगाएगी। ऑटोमेटेड या बल्क मैसेज भेजने जैसी गतिविधियों में सक्रिया संस्थाओं को 7 दिसंबर से कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि फेसबुक के स्वामित्व वाली वॉट्सऐप कंपनी ने अपने FAQ सेक्शन में कहा है कि इसके उत्पाद बल्क या ऑटोमैटेड मैसेज भेजने के लिए नहीं हैं और ये सेवा की शर्तों के विरुद्ध है।
फेक न्यूज पर लगेगी लगाम
बताया जा रहा है कि वॉट्सऐप (WhatsApp) ने अपने प्लेटफॉर्म के जरिए फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाया है। वॉट्सऐप अब उन यूजर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी, जो बहुत ज्यादा मैसेज भेजते हैं यानी बल्क मैसेजिंग या ऑटोमेटेड मैसेजिंग करते हैं और ऐप का मिसयूज करते हैं। यह बात कंपनी ने एक अपडेट में कही है। वॉट्सऐप अपने सर्विस टर्म्स का उल्लंघन करने वाले यूजर्स को बैन भी कर सकती है। कंपनी ने 'वाट्सऐप का अनाधिकृत उपयोग' पॉलिसी नाम से जारी एक नोटिस में कहा है कि ऐसा करने वाले लोगों को 7 दिसंबर से सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
वॉट्सऐप के FAQ सेक्शन में किए गए अपडेट के मुताबिक, कंपनी 7 दिसंबर 2019 से ऐसे किसी भी यूजर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकती है, जो इस प्लेटफॉर्म के जरिए गलत बातें, अफवाहें फैलाने या गलत कामों में शामिल हैं या दूसरों की इसमें मदद करते हैं। यह कंपनी के सर्विस टर्म का उल्लंघन है। इस उल्लंघन के तहत बल्क या ऑटोमेटेड मैसेजिंग या नॉन पर्सनल यूज के मैसेज भी आते हैं। वॉट्सऐप पेज पर ‘unauthorised usage of WhatsApp’ टाइटल के तहत मौजूद इस नए अपडेट में कहा गया है कि कंपनी अपने प्लेटफॉर्म का प्राइवेट नेचर बेहतर बनाने के लिए और यूजर्स को सेफ रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
वॉट्सऐप ने कहा, 'वॉट्सएप एक निजी मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है, जिसे मूल रूप से लोगों को अपने दोस्तों और प्रियजनों को संदेश देने में मदद करने के लिए बनाया गया है। समय के साथ हमने देखा कि लोग कारोबार के लिए भी मैसेजिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए हमने दो टूल- व्हाट्सएप बिजनेस ऐप और व्हाट्सएप बिजनेस एपीआई का निर्माण किया है। हमारे प्रोडक्ट किसी भी दशा में बल्क मैसेजिंग या स्वचालित संदेश-सेवा के लिए नहीं बनाए गए हैं। दोनों स्थितियों में हमारी सेवा शर्तों का उल्लंघन होता है।' हालांकि, कंपनी ने ये स्पष्ट नहीं किया कि वो ऐसे लोगों पर किस तरह की कानूनी कार्रवाई करेगी।
लोकसभा चुनाव में व्हाट्सएप के मिसयूज का अंदेशा
बता दें कि ये अपडेट ऐसे वक्त में आया है, जब ऐसी रिपोर्ट आई कि लोकसभा चुनावों के दौरान वॉट्सऐप का मिसयूज किया गया था। इस दौरान फ्री क्लोन ऐप और एक सॉफ्टवेयर टूल के जरिए वॉट्सऐप पर बल्क मैसेज किया जा रहा था। वॉट्सऐप पर फेक न्यूज और दुर्भावनापूर्ण मैसेज काफी तेजी से फैलने को लेकर कंपनी भारत सरकार के निशाने पर रही है। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि लोकसभा चुनाव में इस एप का इस्तेमाल क्लोन एप के जरिए किया गया है। फ्री क्लोन एप के जरिए व्हाट्सएप यूजर्स को बल्क मैसेज भेजने की सुविधा मिलती है। ये वैसा ही क्रैसडाउन है, जो पिछले साल सैनफ्रांस्सिको में देखने को मिला था। जिसके बाद कंपनी ने किसी भी मैसेज को सिर्फ 5 लोगों तक की फॉर्वर्ड करने तक सीमित कर दिया था। पिछले साल व्हाट्सएप भारत में हो रही तमाम मॉब लिचिंग को लेकर भी विवाद में रहा, जिसमें व्हाट्सएप ग्रुप पर गलत जानकारी साझा की गई थी।
व्हाट्सएप के 20 करोड़ से ज्यादा हैं भारतीय यूजर्स
व्हाट्सएप के लिए, भारत एक प्रमुख बाजार है क्योंकि 200 मिलियन से अधिक यूजर्स इस प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं जिसमें 20 करोड़ से ज्यादा यूजर्स भारतीय हैं। भारत सरकार भी व्हाट्सएप पर फेक न्यूज को रोकने के लिए दबाव बना रही है। व्हाट्सएप इन सभी दिक्कतों का सामना कर रही है और इसी क्रम में कंपनी ने उसके प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल करने वालों पर कार्रवाई करने का फैसला किया है।
हर माह 20 लाख अकाउंट कर रही बैन
वॉट्सऐप प्रवक्ता के हवाले से दी गई द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल करने वाले अकाउंट्स की पहचान की दिशा में भी कोशिशें बढ़ा दी हैं। कंपनी हर माह ग्लोबली 20 लाख अकाउंट बैन कर रही है। इससे पहले फरवरी, 2019 में व्हाट्सएप ने एक लेटर जारी किया था जिसमें कहा गया था कि इसका दुरुपयोग का पता एक अकाउंट के लाइफ साइकल के तीन चरणों में चलता है- रजिस्ट्रेशन के दौरान, मैसेजिंग के दौरान और नेगेटिव फीडबैक के जवाब में जो यूजर्स रिपोर्ट और ब्लॉक के रूप में पाता है।