नई दिल्ली। भारत में WhatsApp जहां भुगतान सेवा लॉन्च करने के लिए प्राधिकरणों से मंजूरी का इंतजार कर रही है वहीं इसने दूसरे देशों के लिए भुगतान सेवा बनाने का काम शुरू कर चुका है। कंपनी पिछले कुछ महीनों से 10 लाख उपभोक्ताओं के साथ यहां अपनी भुगतान सेवा का परीक्षण कर रही है और इसे पूरी तरह से पेश करने से पहले मंजूरियों का इंतजार कर रही है।
WhatsApp का स्वामित्व फेसबुक के पास है। फेसबुक के मुख्य कार्यकारी मार्क जुकरबर्ग ने हाल ही में निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा था कि WhatsApp भुगतान सेवा लोगों को आसानी से एक-दूसरे को पैसे भेजने की सहुलियत देता है और वित्तीय समावेशन में योगदान देता है। जुकरबर्ग ने कहा कि उन लोगों की प्रतिक्रियाएं काफी अच्छी हैं जिन्होंने इसका इस्तेमाल किया है।
जुकरबर्क ने कहा कि सभी संकेत यह बताते हैं कि काफी सारे लोग सरकार की मंजूरी मिलने के बाद इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं। इस बीच हम इसे अन्य देशों में विस्तारित करने पर ध्यान दे रहे हैं ताकि हम अधिक लोगों को इसकी पहुंच तेजी से सुनिश्चित कर सकें। जुकरबर्ग ने कहा कि कंपनी अगले पांच साल में WhatsApp और फेसबुक मैसेंजर की मैसेजिंग सुविधा के इर्द-गिर्द कारोबारी माहौल बनाने पर ध्यान देगी।
कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि अधिक लोगों तक भुगतान सेवा पहुंचाने के लिए WhatsApp भारत सरकार, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम और विभिन्न बैंकों के साथ मिलकर काम कर रही है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने WhatsApp की भुगतान सेवा शुरु होने की फर्जी खबरों पर लगाम लगाने को तरजीह देने के लिए कहा है।
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