नई दिल्ली। मोबाइल सेवाओं की गुणवत्ता की जांच के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने टेलीकॉम ऑपरेटरों के सहयोग से परीक्षण अभियान शुरू कर दिया है। इसके जरिए नियामक को तत्काल आधार पर आंकड़े मिल सकेंगे और वह विभिन्न शहरों में कॉल ड्रॉप और वॉयस गुणवत्ता की जांच कर सकेगा।
ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा, ऑपरेटरों के सहयोग से ट्राई के पांचों क्षेत्रों में परीक्षण अभियान शुरू कर दिया गया है। इसके दायरे में कई शहरों को शामिल किया गया है।
- ऑपरेटरों के सहयोग से परीक्षण अभियान पहले ही मथुरा (उप्र-पश्चिम सर्किल), जैसलमेर (राजस्थान), उज्जैन (मध्य प्रदेश) और मेंगलूर (कर्नाटक) में चलाया जा चुका है।
- अब जिन क्षेत्रों में परीक्षण अभियान शुरू किया गया है या शुरू किया जाने वाला है।
- इनमें कल्याण, नोएडा, जम्मू, गुवाहाटी-दिसपुर, मैसूर, हैदराबाद, राजकोट, भोपाल और झांसी शामिल हैं।
ट्राई ने पुराने नियमों की पहचान के लिए समिति बनाई
- ट्राई ने समय के हिसाब से पुराने पड़ चुके नियमों व शुल्क दर आदेशों को चिन्हित करने व उनकी समीक्षा करने के लिए एक संयुक्त समिति गठित की है।
- इसमें उद्योग जगत के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा, उद्योग प्रतिनिधियों के साथ हमने एक संयुक्त समिति गठित की है। - यह समिति पुराने या अप्रासांगिक हो चुके नियमनों व शुल्क दर आदेशों की पहचान करेगी।
- समिति हमें सलाह देगी और हम उन पर विचार करेंगे।
समिति में भारती एयरटेल के रवि गांधी, वोडाफोन इंडिया के संदीप कथूरिया, रिलायंस जियो के कपूर सिंह, आइडिया सेल्युलर के राहुल वाट्स, बीएसएनएल के अनिल वर्मा हैं।
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