AC खरीदते वक्त रखें इन 5 बातों का ख्याल
These are the five tips one should remember before buying an AC.
नई दिल्ली। अप्रैल शुरू होते ही सूरज की तपिश पूरे शबाब पर है। मौसम विभाग भी भविष्यवाणी कर चुका है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल गर्मी अधिक होगी और ज्यादा समय तक पड़ेगी। ऐसे में यह बात तय है कि आने वाले 2 से 3 महीने उत्तर भारत के शहर प्रचंड गर्मी से झुलसने वाले हैं। यही कारण है कि अप्रैल की शुरुआत के साथ ही AC की डिमांड भी बढ़ने लगी है। संभव है कि आपने भी भीषण गर्मी के बीच सुकून की जिंदगी बिताने के लिए AC खरीदने की प्लानिंग शुरू कर दी होगी। लेकिन बाजार में एसी की ढेरों वैरायटी के बीच सही प्रोडक्ट चुनना और अपने लिए बेस्ट प्रोडक्ट खरीदना सबसे बड़ी चुनौती है। इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है कि नए AC को खरीदने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जिससे हॉट समर्स के बीच भी आपकी लाइफ कूल रहे।
AC खरीदने से पहले टन का रखें ख्याल
बाजार में जब आप एसी खरीदने जाएंगे तो पहला सवाल यही होगा कि आपको कितने टन का एसी चाहिए। यहां टन का मतलब उसके वजन से नहीं बल्कि उसकी कूलिंग कैपिसिटी से होता है। आपको कितने टन का एसी चाहिए यह कई बातों पर निर्भर होता है, जैसे कमरे का आकार, रहने वाले लोगों की संख्या, कमरे में रखा सामान, कमरे में इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट या फिर कमरा सीधी धूप से कितना प्रभावित है। आप यदि जरूरत के मुकाबले कम टन का एसी लेते हैं तो भीषण गर्मी में यह असर नहीं करेगा। वहीं यदि आपका एसी ओवरसाइज्ड है तो इसका बिजली बिल आपके पसीने छुड़ा सकता है। ऐसे में यदि आपका घर टॉप फ्लोर पर है लोग ज्यादा हैं तो आपको 1.5 या 2 टन के एसी की जरूरत है। वहीं छोटे कमरे में एक से दो लोगों के लिए 1 टन का एसी भी पर्याप्त हो सकता है। वहीं बड़े हॉल में जहां हीट ज्यादा हो, वहां 2 टन का एसी होना जरूरी है।
तस्वीरों में पढ़ें एसी से जुड़ी कुछ अहम बातें
AC things to remember
स्टार रेटिंग के साथ करें बिजली बिल में कटौती
एसी आपको सिर्फ ठंडक ही नहीं देता है वहीं इसकी वजह से आया बिजली बिल आपकी जेब को भी ठंडा कर देता है। ऐसे में एसी खरीदते वक्त आपको बिजली की खपत के बारे में भी जानना बेहद जरूरी है। हालांकि इस मामले में आपकी मदद के लिए स्टार रेटिंग बेहतरीन उपाय है। जितनी ज्यादा स्टार रेटिंग उतनी ज्यादा बिजली की बचत। लेकिन रेटिंग ज्यादा होने से एसी की कीमत भी बढ़ जाती है। ऐसे में आप अपनी जरूरत के अनुसार स्टार रेटिंग प्रोडक्ट ले सकते हैं। यदि आपको सिर्फ रात में ही 6 से 8 घंटे एसी चलाना हो तो आप कम कीमत में 3 या 4 स्टार एसी खरीद सकते हैं। वहीं यदि आपको 15 से 18 घंटे एसी चलाना हो तो आपके लिए लॉन्ग टर्म में 5 स्टार एसी ही फायदेमंद होगा। हालांकि बाजार में अब इंवर्टर तकनीक के एसी मौजूद हैं जो 5 स्टार रेटिंग वाले सामान्य एसी के मुकाबले 20 से 30 फीसदी ज्यादा एनर्जी सेविंग करते हैं। लेकिन इनकी कीमत ज्यादा होती है।
स्प्लिट या विंडो एसी
एसी खरीदते वक्त जो निर्णय सबसे अहम है वह एसी के प्रकार का है। बाजार में दो प्रकार के एसी मौजूद हैं पहला विंडो एसी, जो आपके घर की खिड़की में फिट हो जाता है। वहीं दूसरा स्प्लिट एसी, जैसा कि नाम से ही पता चलता है यह दो भागों में होता है। एक हिस्सा आपके घर की दीवार पर टंगा होता है वहीं दूसरा हिस्सा ओपन स्पेस में लगा होता है। हालांकि एनर्जी एफिशिएंसी के नजरिए से दोनों विकल्पों में कोई फर्क नहीं हैं। लेकिन विंडो एसी स्प्लिट के मुकाबले सस्ते होते हैं। लेकिन महानगरों में अक्सर लोगों के घरों में बालकनी या बेडरूम में विंडो नहीं होती। ऐसे में स्प्लिट एसी ही एकमात्र और बेहतर विकल्प होते हैं। ऐसे में यदि आपके पास स्पेस है और कम पैसे खर्च करना चाहते हैं तो विंडो एसी बेहतरीन विकल्प है। लेकिन आप बिना आवाज वाला और सुंदर एसी चाहते हैं तो स्प्लिट एसी आपके लिए बेस्ट होगा।
एसी खरीदने से पहले जांच लें सर्विस नेटवर्क
आपको एसी की ठंडक तभी नसीब होगी जब आप समय समय पर उसकी सर्विसिंग करवाते रहें। आज बाजार में आपको दर्जनों कंपनियों के प्रोडक्ट मिल जाएंगे। बहुत सी कंपनियों के प्रोडक्ट के स्पेसिफिकेशंस प्रचलित कंपनियों के प्रोडक्ट के मुकाबले बेहतर और उनकी कीमत कम होगी। लेकिन जरूरी है कि सिर्फ कीमत के आधार पर आप निर्णय न करें। बहुत सी कंपनियों के सर्विस नेटवर्क दिल्ली एनसीआर मुंबई या दूसरे बड़े शहरों तक ही सीमित हैं। लेकिन यदि आप छोटे शहर या ग्रामीण अंचल में एसी का प्रयोग करते हैं तो ऐसी कंपनी का चुनाव करें जिसका सर्विस नेटवर्क आपके शहर में मौजूद है। इसके अलावा आप कंपनियों के एनुअल मेंटेनेंस प्लान्स पर भी गौर कर सकते हैं। ऐसे में आप सामान्य सर्विसिंग से लेकर बड़े मेंटेनेंस के खर्च से सुरक्षित रह सकते हैं।
नई तकनीकों पर भी करें गौर
एसी का टन क्षमता और स्टार रेटिंग एक बेसिक रिक्वायरमेंट होती है। लेकिन एसी तकनीक में कई ऐसे प्रोडक्ट आ गए हैं जिन पर गौर करना जरूरी है। इसमें पहला है इन्वर्टर तकनीक। यह तकनीक वोल्टेज के उतार चढ़ाव को खत्म करती है। जिससे आपका एसी सामान्य एयरकंडीशनर के मुकाबले 20 से 30 फीसदी बिजली बचाता है। इसके अलावा कई एसी एनर्जी सेवर मोड के साथ आते हैं। जो कमरे के तापमान के सामान्य होने पर ऑटो स्विच ऑफ हो जाते हैं। जिससे कम स्टार रेटिंग के बावजूद आप ज्यादा बिजली बचा सकते हैं।