Jio का धमाका, बाजार में ला रहा हैं 5 हजार से भी सस्ता 5G स्मार्टफोन
रिलायंस जियो के एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी 5,000 रुपये से कम कीमत में 5जी स्मार्टफोन पेश करने की योजना बना रही है, और आगे बिक्री बढ़ने पर इसकी कीमत घटाकर 2500-3000 हजार रुपये तक की जाएगी।
नयी दिल्ली: रिलायंस जियो के एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी 5,000 रुपये से कम कीमत में 5जी स्मार्टफोन पेश करने की योजना बना रही है, और आगे बिक्री बढ़ने पर इसकी कीमत घटाकर 2500-3000 हजार रुपये तक की जाएगी। कंपनी इस पहल के तहत वर्तमान में 2जी कनेक्शन का इस्तेमाल करने वाले 20-30 करोड़ मोबाइल उपयोगकर्ताओं को लुभाने की कोशिश करेगी। कंपनी के एक अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया, ‘‘जियो उपकरण की कीमत 5,000 रुपये से कम रखना चाहती है। जब हम बिक्री बढ़ा लेंगे, तो इसकी कीमत 2,500-3,000 रुपये हो सकती है।’’
रिलायंस जियो ने इस संबंध में भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया। इस समय भारत में मिलने वाले 5जी स्मार्टफोन की कीमत 27,000 रुपये से शुरू है। जियो भारत में उपभोक्ताओं के लिए मुफ्त में 4जी मोबाइल फोन पेश करने वाली पहली कंपनी। इसके तहत जियो फोन के लिए 1,500 रुपये देने थे, जो बाद में वापस हो सकते थे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कंपनी की 43वीं वार्षिक आम बैठक में भारत को 2जी मुक्त (2जी कनेक्शनों से मुक्त) बनाने की बात कही थी और एक सस्ते 5जी स्मार्टफोन की जरूरत पर जोर दिया था। कंपनी अपने 5जी नेटवर्क उपकरण पर भी काम कर रही है और उसने दूरसंचार विभाग से इन उत्पादों के परीक्षण के लिए स्पेक्ट्रम आवंटित करने के लिए कहा है। सरकार ने अभी रिलायंस जियो के अनुरोध पर फैसला नहीं किया है। इस समय भारत में 5जी सेवाएं नहीं हैं और सरकार ने 5जी तकनीक के परीक्षण के लिए दूरसंचार परिचालकों को स्पेक्ट्रम आवंटित नहीं किया है।
जियो 40 करोड़ ग्राहक का आंकड़ा पर करने वाली पहली कंपनी
जुलाई के महीने में नए सब्सक्राइबर को जोड़ने में सबसे आगे रिलायंस जियो रही। ट्राई द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक रिलायंस जियो ने महीने के दौरान 35.54 लाख नए सब्सक्राइबर को अपने साथ जोड़ा है। इस बढ़त के साथ ही जियो के कुल सब्सक्राइबर की संख्या 40 करोड़ के पार पहुंच गई है।
कैसा रहा अन्य कंपनियों का प्रदर्शन
इसके साथ ही जुलाई के दौरान भारती एयरटेल ने भी 32.6 लाख नए सब्सक्राइबर जोड़े हैं। हालांकि दूसरी तरफ वोडाफोन आइडिया से सब्सक्राइबर का हटना जुलाई में भी जारी रहा, महीने के दौरान वीआई ने 37.26 लाख सब्सक्राइबर गंवा दिये। इस आधार पर जुलाई के दौरान 34.72 लाख नए सब्सक्राइबर जुड़े हैं। माना जा रहा है कि लॉकडाउन के बाद एक बार फिर लोगों के शहरों की तरफ लौटने से सब्सक्राइबर की संख्य़ा में बढ़त दर्ज हुई है।
क्या हैं कंपनियों की मार्केट में हिस्सेदारी
31 जुलाई 2020 तक वायरलैस सब्सक्राइबर के आधार पर मार्केट में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रिलायंस जियो की रही, बाजार के 35 फीसदी हिस्से में जियो का कब्जा है। वहीं भारती एयरटेल के पास 27.96 फीसदी और वोडाफोन आइडिया के पास 26.34 फीसदी हिस्सा है। बीएसएनल के पास 10.37 फीसदी हिस्सेदारी है। इस हिसाब से देश वायरलैस सब्सक्राइबर के आधार पर 89.3 फीसदी बाजार पर निजी कंपनियों और 10.67 फीसदी हिस्से पर सरकारी कंपनियों का कब्जा है। कुल सब्सक्राइबर की बात करें तो भारती एयरटेल के पास करीब 32 करोड़, वोडाफोन आइडिया के पास 30.1 करोड़ और बीएसएनएल के पास करीब 12 करोड़ सब्सक्राइबर हैं।
ट्राई के आंकड़ो के मुताबिक जुलाई के अंत तक देश में कुल वायरलैस सब्सक्राइबर 114 करोड़ हैं। वहीं वायरलाइन सब्सक्राइबर 1.9 करोड़ हैं। इसमें से भी शहरी इलाकों में करीब 62 करोड़ वायरलैस सब्सक्राइबर और ग्रामीण इलाकों में 52.3 करोड़ सब्सक्राइबर हैं। वहीं देश में 68.5 वायरलैस ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर हैं।
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