1Gbps डाटा स्पीड के साथ मिलेगी जियो गीगाफाइबर ब्रॉडबैंड सर्विस, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 41वीं वार्षिम आम सभा में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जियो गीगाफाइबर को भारत में आधिकारिक तौर पर लॉन्च करने की घोषणा की है।
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज की 41वीं वार्षिम आम सभा में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जियो गीगाफाइबर को भारत में आधिकारिक तौर पर लॉन्च करने की घोषणा की है। बहु-प्रतीक्षित रिलायंस जियो की ब्रॉडबैंड सर्विस, जो अभी पायलेट प्रोग्राम के तहत कुछ स्थानों पर टेस्टिंग मोड में है, एक साथ पूरे भारत में शुरू की जाएगी। जियो गीगाफाइबर एफटीटीएच भारत की ब्रॉडबैंड कनेक्टीविटी को एक नए स्तर पर ले जाएगी, जो घरेलू और कॉमर्शियल लोकेशन दोनों के लिए उपलब्ध होगी।
मुकेश अंबानी ने बताया कि 15 अगस्त से जियो गीगाफाइबर सर्विस के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे। यूजर्स जियो वेबसाइट और मायजियो एप के जरिये इस नई सर्विस के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। हालांकि कनेक्शन देने में प्राथमिकता उन लोगों को दी जाएगी, जो पहले से ही व्यवहार्य क्षेत्र में रहते हैं। हालांकि अभी इस सर्विस के लिए शुल्कों की कोई घोषणा नहीं की गई है।
जियो गीगाफाइबर दो सर्विस के साथ आएगी, पहली जियो गीगाफाइबर रूटर और दूसरे जियो गीगाफाइबर डीटीएच बॉक्स। कंपनी ने दावा किया है कि पहली सर्विस 1Gbps तक की स्पीड के साथ मल्टीपल डिवाइस पर इंटरनेट कंजम्पशन के लिए होगी जबकि दूसरी सर्विस टेलीविजन पर सेवाएं उपलब्ध करवाकर होम एंटरटेनमेंट अनुभव को बदल कर रख देगी। डीटीएच बॉक्स के जरिये टीवी पर सभी जियो एप्स की पेशकश के साथ ही कंपनी ने बताया कि जियो गीगाफाइबर यूजर्स टीवी पर ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी कर पाएंगे।
जियो ने कहा है कि यह सर्विस यूजर्स को एक घंटे के भीतर मिल जाएगी, जिसका मतलब है कि जियो इंजीनियर्स कनेक्शन के लिए आपके दरवाजे पर स्वयं आएंगे। अंबानी ने कहा कि कंपनी की फिक्स्ड लाइन ब्रॉडबैंड जियो गीगाफाइबर एफटीटीएच 1100 शहरों में शुरू की जाएगी। जियो गीगाफाइबर ब्रॉडबैंड सर्विस हाई-स्पीड फिक्स्ड लाइन इंटरनेट की पेशकश करेगी ताकि यूजर्स टीवी पर अल्ट्रा एचडी कंटेंट देखने के अलावा वॉयस-एक्टीवेटेड वर्चुअल असिस्टेंट, वर्चुअल रियल्टी और मल्टी-पार्टी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा हासिल कर सकें।
मुकेश अंबानी ने बताया कि कंपनी पहले ही मोबाइल टेलीफोनी और ब्रॉडबैंड सेक्टर में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए 25,000 करोड़ रुपए का निवेश कर चुकी है।