सैमसंग-शाओमी को कड़ी टक्कर दे रही है ये कंपनी, इन 4 लोकप्रिय फोन को बेचती है भारत में
2018 में भारत में बीबीके की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 21 प्रतिशत हो गई, जो 2017 में 18 प्रतिशत थी।
नई दिल्ली। जब आप बाजार में स्मार्टफोन खरीदने जाते हैं तो सबसे पहले वनप्लस, ओप्पो, वीवो और रियलमी जैसे ब्रांड्स ही दिमाग में आते हैं। इन चारों ब्रांड्स ने भारतीय बाजार में बहुत कम समय में लोकप्रियता तो हासिल की है साथ ही एक बड़ी बाजार हिस्सेदारी पर भी कब्जा जमा लिया है। बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि इन चारों लोकप्रिय स्मार्टफोन ब्रांड्स की मूल कंपनी बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स नाम की एक चीनी बहुराष्ट्रीय कंपनी है और इन कंपनियों की आय बीबीके के पास जाती है।
2018 में भारत में बीबीके की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 21 प्रतिशत हो गई, जो 2017 में 18 प्रतिशत थी। काउंटरप्वाइंट रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स ने भारत में 2018 में 27 प्रतिशत वृद्धि हासिल की है। शाओमी और सैमसंग के बाद यह कंपनी तीसरे स्थान पर पहुंच गई है।
शाओमी 2018 में 28 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ भारतीय बाजार में शीर्ष पर रही, जबकि सैमसंग 24 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रही। काउंटर प्वाइंट के मुताबिक तीसरे स्थान पर 10 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ वीवो और 8 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ ओप्पो चौथे स्थान पर रही।
प्रीमियम सेगमेंट की बात करें तो भारत में बीबीके का वनप्लस एक प्रमुख ब्रांड बन चुका है। वनप्लस पिछले साल देश में प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में सैमसंग के बाद 33 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के सथ दूसरे स्थान पर था। काउंटर प्वाइंट के रिसर्च एनालिटिक्स कर्ण चौहान ने कहा कि थोक के साथ-साथ रिटेल बिक्री के मामले में वनप्लस 6 2018 में सबसे ज्यादा बिकने वाला प्रीमियम मॉडल रहा।
बीबीके द्वारा हालही में लॉन्च किए गए नए ब्रांड रियलमी ने 2018 की चौथी तिमाही में 8 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ चौथे स्थान पर कब्जा किया है। पिछले साल दूसरी तिमाही में शुरू हुआ रियलमी उसी वर्ष चौथी तिमाही तक शीर्ष पांच ब्रांड्स में शामिल हो गया। रियलमी किसी भी अन्य ब्रांड से कम समय में 40 लाख ग्राहक बना चुका था।
बीबीके आज सामूहिक रूप से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल निर्माता कंपनी है। डुआन योंगपिंग द्वारा स्थापित बीबीके का मुख्यालय गुआंगडोंग के डोंगुआन में है। इसने 1990 में अपने कारोबार की शुरुआत टीवी, एमपी3 और डिजिटल कैमरे के निर्माण के साथ की थी। इसके बाद इसने मोबाइल फोन निर्माण के बाजार में उतरते हुए सैमंसग, हुवावे और शाओमी जैसी कंपनियों को टक्कर दी।