मेनलो पार्क। 'मैं बहुत खुश हूं कि वह मर गई' या 'यही चीज वो पाना चाहती थी' जैसे संदेश अब आपके फेसबुक पेज पर नहीं दिखेंगे, क्योंकि सोशल नेटवर्किंग दिग्गज अब उन यूजर्स के बारे में ऐसी भद्दी टिप्पणियों को हटा देगी, जिनका निधन हो चुका है और इसके लिए सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक ने अपने सामुदायिक मानकों में सुधार किया है, ताकि दुखी परिवारों को अपने प्रियजन के यादगार प्रोफाइल पर कोई भद्दी टिप्पणी ना देखने को मिले।
फेसबुक अब ऐसे संदेशों को पोस्ट करने की अनुमति नहीं देगा, जिसमें मौत, बीमारी या किसी व्यक्ति को हुए नुकसान की प्रशंसा की जा रही है। इससे पहले 'मैं खुश हूं कि वह मर गई' जैसे संदेश फेसबुक के सामुदायिक मानकों का उल्लंघन नहीं करते थे, लेकिन फेसबुक ने अब नीतियों में परिवर्तन किया है।
फेसबुक की कंटेंट प्रबंधन टीम की सहायक प्रबंधन लौरा हर्नाडेज ने मेनलो पार्क स्थित कंपनी के विशाल मुख्यालय में फेसबुक पहले इंटरनेशनल प्रेस डे आयोजन में कहा कि अब मृतक के परिवार का कोई भी सदस्य भद्दी टिप्पणियों की रिपोर्ट कर सकता है और फेसबुक उस पर कार्रवाई करेगा। इससे पहले किसी के प्रोफाइल पर भद्दी टिप्पणियों पर केवल पीड़ित ही रिपोर्ट कर सकता था। किसी की मौत हो जाने पर अब उसकी तरफ से उसके परिजन भी रिपोर्ट कर सकेंगे। फेसबुक इसके अलावा चर्चित लोगों की मौत होने पर खुद से उनके प्रोफाइल को ब्लॉक कर देगा। अब तक फेसबुक मृतक के परिवार के निवेदन पर उसके अकाउंट का आंशिक कंट्रोल प्रदान करता था।
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