सैन फ्रांसिस्को। फेसबुक के सह-संस्थापक और सोशल नेटवर्किंग की दिग्गज कंपनी को तोड़ने की बात कह चुके क्रिस ह्यूजेस ने कंपनी की नई डिजिटल मुद्रा लिब्रा को 'भयावह' करार दिया। श्रृंखला में किए गए ट्वीट में उन्होंने कहा कि लिब्रा को सफल होने से पहले एक लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन सिद्धांत रूप में, यह 'शानदार और भयावह' है।
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ह्यूजेस ने कहा, "मैंने सप्ताह की शुरुआत में सोचा था कि समस्या यह होगी कि यह फेसबुक की कॉर्पोरेट शक्ति को मजबूत करेगा।" उन्होंने शुक्रवार को किए ट्वीट में कहा, "केंद्रीय बैंकों और व्यक्तियों के बीच मौद्रिक नियंत्रण की एक नई परत, निगमों द्वारा मध्यस्थता, और अब कुछ दिन के बाद मुझे लगता है कि समस्या अलग और बड़ी है।"
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उन्होंने आगे ट्वीट किया, "लिब्रा का समर्थन कर रहे लोग इसे 'विकेंद्रीकरण' कह रहे हैं, यह वास्तव में विकासशील विश्व केंद्रीय बैंकों और बहुराष्ट्रीय निगमों व सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के केंद्रीय बैंकों से दूर सत्ता की एक पारी है।"
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इससे पहले, द फाइनेंशियल टाइम्स में एक राय देते हुए ह्यूजेस ने कहा, "अगर यह मामूली रूप से भी सफल होता है तो लिब्रा केंद्रीय बैंकों से मौद्रिक नीति का बहुत सारा नियंत्रण इन निजी कंपनियों को सौंप देगा, जिसमें वीजा, उबर और वोडाफोन भी शामिल हैं।" उन्होंने चेतावनी दी, "यदि वैश्विक नियामक अभी कार्य नहीं करते हैं, तो बहुत देर हो जाएगी।"
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