नयी दिल्ली। रिलायंस जियो और बीएसएनएल ने अपने सेवा नेटवर्क पर लोगों को कॉलर ट्यून के रूप में 30 सेकेंड का कोरोना वायरस पर जागरुकता संदेश सुनाना शुरू कर दिया है। अन्य कंपनियों को दूरसंचार विभाग के तत्संबंधी निर्देश का अभी पालन नहीं किया है। सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुरोध पर दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार कंपनियों को कोरोना वायरस पर जागरुकता संदेश सुनाने का निर्देश जारी किया है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग को पांच मार्च को एक पत्र लिखा है।
मंत्रालय के पत्र के अनुसार, 'आपसे (दूरसंचार विभाग) अनुरोध है कि सभी दूरसंचार कंपनियों को कोरोना वायरस पर जागरुकता फैलाने वाला 30 सेकेंड का एक ऑडियो संदेश तीन दिन तक सुनाने का निर्देश दें। हमने इसके लिए एक ऑडियो संदेश विकसित किया है।' इसके अलावा दूरसंचार कंपनियों को यह भी निर्देश दिया जाए कि वह लोगों के पास कोरोना वायरस के प्रति जागरुकता को लेकर एसएमएस या पुश नोटिफिकेशन भेजें। इन संदेशों में लोगों को सामान्य 'क्या करें और क्या ना करें' की जानकारी दी जाए।
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मंत्रालय ने दूरसंचार विभाग से कहा कि दूरसंचार सचिव इसकी निजी तौर पर निगरानी करें और देखें कि यह संदेशद लोगों तक पहुंच रहा है। इसके तहत यदि कोई व्यक्ति किसी को फोन करेगा तो उसे कॉलर ट्यून के स्थान पर कोरोना वायरस का संदेश सुनायी देगा। जियो और बीएसएनएल के नेटवर्क पर यह सुविधा शुरू हो चुकी है।
दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने शुक्रवार को दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनियों को भेजे एक ईमेल में कहा है कि अगले आदेश तक इस ऑडियो संदेश का इस्तेमाल 'रिंग बैक टोन' के रूप में किया जाए। एक दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनी ने कहा कि यह ऑडियो संदेश उन नंबरों पर उपलब्ध नहीं होगा, जहां ग्राहक कॉलर टोन के लिए भुगतान कर रहे हैं।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कॉरपोरेट जगत अलग-अलग उपाय कर रहा है। पेटीएम, ट्विटर जैसी कुछ कंपनियों ने जहां अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का विकल्प दिया है, वहीं रिलायंस जियो के कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली को रोकने की भी खबर है।
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