नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने सॉवरेन गारंटी बांड से 8,500 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जुटाई है। सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी के पुनरोद्धार के लिए 8,500 करोड़ रुपए के सॉवरेन गारंटी बांड की मंजूरी दी थी। बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी.के. पुरवार ने सोमवार को बताया कि हमने बांड को सुबह 10:30 बजे खोला और 12 बजे बंद कर दिया। बांड को दोगुना से अधिक अभिदान मिला। हमें 17,170 करोड़ रुपए से अधिक की बोलियां मिलीं, लेकिन हमने बांड के मंजूर आकार के हिसाब से 8,500 करोड़ रुपए ही स्वीकार किए।
बीएसएनएल को इसके लिए 17,183 करोड़ रुपए की 229 बोलियां मिलीं। ये बांड 6.79 प्रतिशत सालाना की कूपन दर पर 10 साल के लिए जारी किए गए हैं। इसमें राष्ट्रीय पेंशन योजना, ग्रामीण डाक जीवन बीमा, भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक ने भाग लिया।
बीएसएनएल की योजना एक साल के भीतर अपनी 18,000 करोड़ रुपए की संपत्तिया बेचकर राशि जुटाने की भी है। वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी को परिचालन लाभ में लाने का लक्ष्य रखा गया है। बीएसएनएल ने 5जी ट्रायल के लिए चीनी टेलीकॉम गियर निर्माता जेडटीई के साथ मिलकर आवेदन किया है। कंपनी को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही 4जी टेंडर के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी प्रदान करेगी।
सरकार ने एमटीएनएल को भी सॉवरेन बांड जारी कर 6500 करोड़ रुपए जुटाने की मंजूरी दी है। यह राशि अलग से जुटाई जाएगी। पुरवार ने कहा कि अभी तक 14 संपत्तियों की पहचान की गई है, जिन्हें बेचा जाना है और इनमें से 11 के लिए अंतर-मंत्रालीन समूह द्वारा सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल गई है। उन्होंने कहा कि वीआरएस से जुड़े मुद्दों को भी 30 दिन के भीतर सुलझाने के लिए कंपनी काम कर रही है। बीएसएनएल के 78,569 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है।
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