फेसबुक ने भारत के लिए अविनाश पंत को बनाया डायरेक्टर ऑफ मार्केटिंग हेड, जानिए पूरा प्रोफाइल
फेसबुक ने शुक्रवार को कहा कि उसने अविनाश पंत को भारतीय परिचालन का विपणन निदेशक नियुक्त किया है।
नई दिल्ली। अपनी नेतृत्व टीम का विस्तार करते हुए सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक ने भारत में नए मार्केटिंग हेड की घोषणा की। फेसबुक ने शुक्रवार को कहा कि उसने अविनाश पंत को भारतीय परिचालन का विपणन निदेशक नियुक्त किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि यह नया पद होगा तथा इसके तहत फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप समेत समूह के सभी एप के उपभोक्ता विपणन प्रयासों को देखना होगा।
अपने एप्स के परिवार के लिए आक्रामक मार्केटिंग एजेंडा की तैयारी में फेसबुक ने अविनाश पंत को मार्केटिंग डायरेक्टर बनाया है। पंत सीधे फेसबुक इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत मोहन को रिपोर्ट करेंगे।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि मार्केटिंग डायरेक्टर की भूमिका फेसबुक इंडिया में एक नई है। उन पर फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप समेत एप्स के परिवार के लिए कंपनी के कंज्यूमर मार्केटिंग सम्बंधी प्रयासों को आगे बढ़ाने का दायित्व होगा।
फेसबुक इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के स्वामित्व वाली कंपनी है। फेसबुक इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट अजीत मोहन ने कहा, "कंज्यूमर मार्केटिंग फेसबुक के लिए एक नया रणनीतिक क्षेत्र है, जहां हम सीधे उपभोक्ताओं से संवाद करने के लिए अपना निवेश बढ़ाएंगे।"
अविनाश पंत इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट,अहमदाबाद के भूतपूर्व छात्र हैं। उन्हेंअग्रणी कंज्यूमर ब्राण्ड्स, जैसे नाइकी, कोका-कोला, दी वाल्ट डिज्नी और हाल ही में रेड बुल के साथ काम कर 22 वर्षों का अनुभव है। यह घोषणा तब हुई है जब फेसबुक भारत में नये नेतृत्व निर्माण की घोषणा कर चुका है। फेसबुक ने भारत में एक नई नेतृत्व संरचना की घोषणा की है, जो कंपनी के कार्यों को अजीत मोहन के अधीन लाती है। मोहन सीधे मेनलो पार्क स्थित मुख्यालय को रिपोर्ट करते हैं।
पिछले एक वर्ष में कंपनी ने उद्यमिता को बढ़ावा देने और इंटरनेट पर लैंगिक असमानता को दूर करने पर विशेष ध्यान के साथ भारत पर केंद्रित कई पहलें शुरू की हैं। 'बूस्ट विथ फेसबुक' और 'वीसी ब्रांड इनक्युबेटर प्रोग्राम' का लक्ष्य एसएमबी की वृद्धि को गति देना है।
वर्ष 2019 में फेसबुक ने पहली बार के उद्यमियों, खासकर छोटे कस्बों की महिलाओं को सशक्त करने वाले एक सामाजिक-वाणिज्य उपक्रम मीशो में अपना पहला मामूली निवेश भी किया था। कंपनी ने देश के तीन हजार गांवों की 25 हजार से अधिक महिलाओं को टूल्स और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भारत सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के साथ भागीदारी की घोषणा भी की थी।