2G, 3G और 4G के बाद अब 5G की बारी, 20 गुना तेज चलेगा इंटरनेट
भारत में अभी 4G की शुरूआत पूरी तरह से हो भी नहीं पाई है। वहीं चीन ने दूरसंचार की 5वीं पीढ़ी यानी 5G टैक्नोलॉजी के दूरसंचार उपकरणों का परीक्षण शुरू किया है।
बीजिंग। भारत में अभी 4G सर्विस की शुरूआत पूरी तरह से हो भी नहीं पाई है। वहीं चीन ने दूरसंचार की 5वीं पीढ़ी यानी 5G टैक्नोलॉजी के दूरसंचार उपकरणों का परीक्षण शुरू किया है। 5G की स्पीड 4G के मुकाबले 20 गुना अधिक होगी और इसमें ‘डेटा लोस’ भी नाम मात्रा होगा। आपको बता दें कि 2018 तक 5G सर्विस की शुरूआत हो सकती है। वहीं कॉमर्शियल सर्विस की शुरूआत 2020 तक होने की उम्मीद है। दरअसल, मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में एक मोबाइल चिप जायंट ने इसके लिए 5जी सर्विस के लिए समयसीमा तय कर दी है।
2018 तक शुरू हो जाएगी 5G सर्विस
- हॉन्ग कॉन्ग में क्वालकॉम 4G/5G समिट के दौरान कंपनी ने 5जी मॉडम, स्नैपड्रैगन एक्स50 का एलान कर दिया है।
- कंपनी ने दावा किया है कि ये डिवाइस 5 Gbps तक की डाउनलोड स्पीड का सपोर्ट देगी।
- 2018 तक लोग 5जी स्पीड के साथ इंटरनेट चला पाएंगे और बाजार में एक्स50 मॉडम वाले स्मार्टफोन मौजूद होंगे।
- कंपनी नेबताया कि अगले साल यानि 2017 के सेकेंड हाफ में ग्राहकों को सैंपल भेजे जाएंगे।
- और इसके बाद 2018 की शुरुआत में ये सर्विस शुरु कर दी जाएगी।
- कॉमर्शियल सर्विस की शुरूआत 2020 तक होने की उम्मीद है।
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20 Gbps तक होगी 5G की स्पीड
- इंडस्ट्री एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री के मुताबिक, चीन में 1.3 अरब मोबाइल फोन यूजर्स हैं।
- करीब 30 फीसद यूजर्स 4G नेटवर्क यूज करते हैं।
- हाई स्पीड 5G नेटवर्क 1 सेकेंड में 20 गीगाबाइट्स तक की स्पीड पकड़ सकेगा।
- यह 4G की मौजूदा स्पीड से 1 Gbps ज्यादा है।
- एप को क्लिक करने के बाद मिलने वाले रिस्पॉन्स टाइम में भी कमी आएगी।
- 5G में यह टाइम 1 मिली सेकेंड या उससे भी कम होगा, जबकि 4जी पर यह 10 मिली सेकेंड है।
बाकी दुनिया के साथ ही भारत में आएगा 5G
दूरसंचार सचिव जेएस दीपक ने हाल ही में कहा था कि हम इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) में प्रवेश कर रहे हैं, ऐसे में इस बात की संभावना है कि देश को 5G शेष दुनिया के साथ मिले। दीपक ने कहा, “हमें 2G शेष दुनिया से 25 साल बाद मिला, कम से कम विकसित दुनिया से। इसी तरह हमें 3G उस समय मिला जबकि एक दशक पहले यह अमेरिका और यूरोप पहुंच चुका है। इसी तरह 4G उसे वैश्विक रूप से पेश किए जाने के पांच वर्ष बाद हमारे पास पहुंचा। 5जी के मामले में ऐसी संभावना है कि यह हमें शेष दुनिया के साथ ही मिलेगा।”