घर-दुकान खरीदने का सबसे अच्छा समय कब, क्या त्योहारी सीजन या कोई और अवधि? जानें
रियल एस्टेट निवेश पर संभावित रिटर्न निर्धारित करने में लोकेशन महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। लोकेशन का चयन करने में आवश्यक सेवाओं, रेल स्टेशन, बस स्टेशन और एयरपोर्ट की दूरी, शैक्षणिक संस्थानों और अस्पताल सुविधाओं की निकटता जैसे पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए। इसके साथ ही यह ध्यान रखना चाहिए कि रियल एस्टेट निवेश लंबी अवधि
रियल एस्टेट हर किसी को आकर्षित करता है। इसकी वजह यह है कि प्रॉपर्टी में किया निवेश हमेशा जोखिम रहित और शानदार रिटर्न देने वाला होता है। यही वजह है कि बदलते दौर के साथ घर और दुकान की अहमियत और बढ़ गई है। इसका सबसे ज्यादा फायदा युवा उठा रहे हैं। कम उम्र में युवा घर और दुकान खरीद रहे हैं। निवेशकों को भी प्रॉपर्टी ने मालामाल करने का काम किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि घर-दुकान खरीदने का सबसे अच्छा समय कब होता है? इस अहम सवाल का जवाब हमने अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी और दिग्गज रियल एस्टेट एक्सपर्ट राकेश यादव से जानना चाहा। उन्होंने हर उस सवाल के जवाब दिए जो प्रत्येक प्रॉपर्टी में निवेश करने वाले को जनना चाहिए। आइए, जानते हैं कि प्रॉपर्टी में कब निवेश करना सबसे फायदेमंद।
रियल एस्टेट बाजार की अच्छी समझ जरूरी?
राकेश यादव बताते हैं कि रियल एस्टेट निवेश से पहले यह जानना जरूरी है कि यह लंबी अवधि का निवेश है। भारत की अच्छी सरकारी नीतियां, तेजी से बढ़ता शहरीकरण, आम आदमी की इनकम में बढ़ोतरी और सपने ने रियल एस्टेट को तेजी से पंख पसारने का मौका दिया है। इसके चलते रियल एस्टेट का बाजार तेजी से बड़ा हुआ है। हालांकि, रियल एस्टेट में निवेश करने का सबसे अच्छा समय कई अलग-अलग पहलुओं पर निर्भर करता है। इसलिए निवेश से पहले निवेशकों के पास रियल एस्टेट बाजार की अच्छी समझ होना जरूरी है। भारत में रेजीडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रीयल रियल एस्टेट बाजार काफी अलग है। ये तीनो मार्केट बिल्कुल अलग हैं। इसलिए किसी भी निवेशक को निवेश करने से पहले ये देख लेना चाहिए कि वह किस सेगमेंट में निवेश करने जा रहा है। उसमें उसकी जानकारी और समझ कितनी है। सही जानकारी ही शानदार रिटर्न दिलाने में मदद करता है।
मार्केट साइकिल और इकोनॉमिक कंडीशन को जानें
देश की आर्थिक स्थितियों का रियल एस्टेट बाजारों पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। सामान्यतः, जीडीपी की तेज रफ्तार, नौकरी के भरपूर मौके, उपभोक्ताओं का मजबूत विश्वास और सरकारी की अच्छी नीतियां रियल एस्टेट बाजार को मजबूती प्रदान करती है। इससे रियल एस्टेट में तेजी आती और प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ती है। फिर निवेशकों को बंपर रिटर्न मिलता है। हाल के वर्षों में, भारत ने इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई नीतिगत पहल देखी गई हैं, जैसे कि रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) अधिनियम, 2016 (रेरा), माल और सेवा कर (जीएसटी), और प्रधान मंत्री आवास योजना (पीएमएवाई)। निवेशकों को इन नीतिगत बदलावों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए क्योंकि ये बाजार की धारणा और निवेश के अवसरों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।
ब्याज दर, महंगाई का व्यापक असर
रियल एस्टेट में निवेश करने का सबसे बेहतरीन समय निर्धारित करते समय ब्याज दरें और महंगाई महत्वपूर्ण पहलू हैं। ब्याज कम होने पर प्रॉपर्टी की मांग बढ़ती है। वहीं, महंगाई के के चलते मांग सुस्त हो जाती है। इसके अलावा रियल एस्टेट बाजार में सप्लाई और मांग बड़ा प्रभाव डालती है। इसलिए निवेश से पहले निवेशकों को उस विशेष मार्केट में आपूर्ति-मांग संतुलन का आकलन करना चाहिए। रियल एस्टेट की उन क्षेत्रों में मांग अधिक होने की अधिक संभावना है जहां तेजी से शहरीकरण होता है। शहरीकरण से इंफ्रा का विकास होता है। नए जॉब के मौके बनते हैं। इसके चलते प्रॉपर्टी की मांग बढ़ती है।
लोकेशन का एनालिसिस करना जरूरी
रियल एस्टेट निवेश पर संभावित रिटर्न निर्धारित करने में लोकेशन महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। लोकेशन का चयन करने में आवश्यक सेवाओं, रेल स्टेशन, बस स्टेशन और एयरपोर्ट की दूरी, शैक्षणिक संस्थानों और अस्पताल सुविधाओं की निकटता जैसे पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए। इसके साथ ही यह ध्यान रखना चाहिए कि रियल एस्टेट निवेश लंबी अवधि का निवेश होता है। छोटी अवधि में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
अब सवाल कि निवेश का ससबे अच्छा समय कब?
मेरा मानना है कि रियल एस्टेट में निवेश का सबसे अच्छा समय अब है। ऐसा इसलिए कि आप जब प्रॉपर्टी खरीदने जाते हैं तो वह महंगी लगती है। हालांकि, जब खरीद लेते हैं तो वह सस्ती लगने लगती है। लगने से मेरा मतलब है कि वो सस्ती हो जाती है। किसी भी डेवलपिंग एरिया में प्रॉपर्टी की कीमत नीचे नहीं जाती है। यानी अगर आपने सही लोकेशन और अच्छी प्रॉपर्टी का चयन किया है तो वो वह आपको बेहतर रिटर्न जरूर देगी। अच्छे समय का इंतजार करेंगे तो प्रॉपर्टी महंगी ही होगी। इसलिए त्योहारी सीजन या किसी अच्छे वक्त का इंतजार नहीं करना चाहिए। पैसा हो तो बजट के अनुसार सही प्रॉपर्टी में निवेश कर देना चाहिए।