दुनिया की प्रमुख सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर में एलॉन मस्क की एंट्री के बाद से जारी तूफान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कंपनी के फाउंडर जैक डोर्सी ने कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के पद से इस्तीफा दे दिया है। डोर्सी ने बीते साल नवंबर में कंपनी के सीईओ पद से भी इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को कंपनी का सीईओ बनाया था।
बता दें कि कंपनी को 45 अरब डॉलर में खरीदने का सौदा करने वाले एलॉन मस्क ने बीते दिनों ट्विटर में फर्जी अकाउंट की वास्तविक संख्या छिपाने का आरोप लगाया था।
डोर्सी फिलहाल अपने फाइनेंशियल पेमेंट्स प्लेटफॉर्म ब्लॉक (पहले स्क्वायर) पर फोकस कर रहे हैं।
बीते साल ही कर दिया था ऐलान
डोर्सी का यह इस्तीफा अचानक नहीं आया है। दरअसल पिछले साल नवंबर में CEO के पद से हटने के बाद से ही डोर्सी ने डायरेक्टर का पद छोड़ने का एलान कर दिया था। उस समय, कंपनी ने बताया था कि डोर्सी 2022 स्टॉकहोल्डर्स की मीटिंग में अपना कार्यकाल खत्म होने तक बोर्ड में बने रहेंगे। इससे पहले डोर्सी ने मस्क के टेकओवर की डील के बाद ट्विटर के CEO के रूप में लौटने की खबरों को भी खारिज कर दिया था।
खतरे में है ट्विटर की डील
दुनिया के सबसे अमीर इंसान और टेस्ला के मालिक एलॉन मस्क ने पिछले महीने ही ट्विटर को 44 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने की डील की है। लेकिन ट्विटर में फर्जी अकाएंट का आरोप लगाते हुए मस्क ने 17 मई को इस डील को होल्ड करने की घोषणा की थी। मस्क का कहना है कि जब तक ट्विटर इस बात को साबित नहीं कर देता कि उसके स्पैम अकाउंट की संख्या 5% से कम है तब तक डील होल्ड पर रहेगी।
क्या है मस्क की ट्विटर डील
एलन मस्क ने 14 अप्रैल को 43 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने का ऑफर दिया था। मस्क ने कहा था, 'ट्विटर में निवेश शुरू करने से एक दिन पहले के भाव से 54% प्रीमियम पर 54.20 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से 100% हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश कर रहा हूं।'
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