पवन ऊर्जा के क्षेत्र में इस राज्य को मिली बड़ी सफलता, मिले 4,940 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव
स्वच्छ ऊर्जा पैदा करने के दिशा में तेजी से सफलता मिल रही है। इससे न सिर्फ प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी बल्कि क्रूड पर निर्भरता भी खत्म होगी। ऐसा होने से भारत का विदेशी मुद्रा बचेगा।
स्वच्छ ऊर्जा पैदा करने के दिशा में भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसमें अब तेजी से सफलता भी मिल रही है। सोलर और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े निवेश प्रस्ताव लगातार आ रहे हैं। अब ओडिशा सरकार को पवन ऊर्जा परियोजनाओं के लिए निवेशकों से 4,940 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को यहां सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और नवीकरणीय ऊर्जा के विकास के लिए नोडल एजेंसी ग्रिडको ने अपने तकनीकी भागीदार आईफॉरेस्ट के सहयोग से पवन ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए 'ओडिशा पवन ऊर्जा शिखर सम्मेलन-निवेशक गोलमेज' का आयोजन किया। इस अवसर पर, संभावित निवेशकों ने वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और सरकारी नोडल एजेंसी ग्रिडको के अधिकारियों के साथ व्यक्तिगत बैठक की। इसमें पवन ऊर्जा की 575 मेगावाट क्षमता के लिए विभिन्न निवेशकों द्वारा 4,940 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव का आश्वासन दिया गया।
देश भर के 25 प्रमुख निवेशकों ने भाग लिया
शिखर सम्मेलन में देश भर के 25 प्रमुख निवेशकों ने भाग लिया। इस सम्मेलन ने पवन ऊर्जा उत्पादन और विनिर्माण क्षेत्र में प्रमुख इकाइयों को एक साथ लाने में एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य किया। मुख्य सचिव पीके जेना ने अपने संबोधन में ओडिशा में बिजली संयंत्रों और विनिर्माण केंद्रों की स्थापना के लिए पवन उद्योग को व्यापक समर्थन देने के राज्य के दृढ़ संकल्प पर जोर दिया। वित्त और ऊर्जा सचिव वीके देव ने भी विश्वास जताया कि शिखर सम्मेलन निश्चित रूप से पवन ऊर्जा क्षेत्र की संभावनाओं, दृष्टि और मिशन को पूरा करने की दिशा में ओडिशा की महत्वाकांक्षी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में काम करेगा।
पीटीसी इंडिया ने भी लगाई थी बड़ी बोली
हाल ही में ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) ने पीटीसी इंडिया लिमिटेड की पवन ऊर्जा इकाई का अधिग्रहण करने की बोली 925 करोड़ रुपये में जीत ली थी। कंपनी ने बयान के अनुसार, नवीकरणीय ऊर्जा में अपने कारोबार का विस्तार करने की दृष्टि से कंपनी ने पीटीसी इंडिया लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी पीटीसी एनर्जी लिमिटेड (पीईएल) की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए बोली प्रक्रिया में भाग लिया था। बयान के अनुसार, पीटीसी बोर्ड ने पिछले सप्ताह 925 करोड़ रुपये के इक्विटी मूल्य पर पीईएल में 100 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए ओएनजीसी की बोली को मंजूरी दे दी थी। वहीं, नवीकरणीय ऊर्जा समाधान उपलब्ध कराने वाली कंपनी सुजलॉन को ओ2 पावर की इकाई टेक ग्रीन पावर इलेवन से 201.6 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजना का ऑर्डर मिला। ऑर्डर के तहत सुजलॉन समूह पावन टरबाइन (उपकरण) की आपूर्ति करेगा और निर्माण और उसे चालू करने समेत परियोजना को मुकम्मल करेगा। कंपनी परियोजना चालू करने के बाद संचालन और रखरखाव सेवाएं भी प्रदान करेगी। इस परियोजना के वर्ष 2025 में चालू होने की उम्मीद है।