पशु चारा और डेयरी चलाने वाले इस स्टार्टअप ने 12,000 लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा, बिजनेस के हैं ये 15 माॅडल
भारत 24 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दुग्ध उत्पादन में दुनिया में सबसे ऊपर है। 7.6 प्रतिशत वैश्विक हिस्सेदारी के साथ मछली उत्पादन में दूसरे स्थान पर, अंडा उत्पादन में तीसरे स्थान पर तथा मांस उत्पादन में आठवें स्थान पर आता है।
पशु चारा, मुर्गी पालन, मत्स्य, पालतू जानवर, पशु चिकित्सा और डेयरी चलाने वाले स्टार्टअप एनिमस्टोक ने 12,000 लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। यह पशुओं की खरीद-बिक्री या उनके उत्पाद से संबंधित एकीकृत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो पशु आधारित हर प्रकार के उत्पादों को एक ही प्लेटफार्म पर मुहैया कराता है। यह भारत का पहला 360 डिग्री पशु केंद्रित ऑनलाइन प्लेटफार्म है, जो अभी तक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया जा रहा था लेकिन अप्रैल के मध्य तक इसका वाणिज्यिक परिचालन शुरू हो जाएगा। इसका संचालन ‘एनिमपेट ईकॉम प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी कर रही है और केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम के तहत इसका रजिस्ट्रेशन हुआ है। यह पशुधन, डेयरी, चारा, मुर्गी पालन, मांस, मत्स्य, पालतू जानवर, पशु चिकित्सा समेत 15 श्रेणियों में काम करती है, इनमें पशु कला, पशु खेल और पशु मेले आदि भी शामिल हैं।
करोड़ों लोगों की आजीविका
एनिमस्टोक की सह संस्थापक करिश्मा डागर ने बिजनेस मॉडल के बारे में बताते हुए कहा कि पशुधन से देश में करीब 2 करोड़ से अधिक परिवारों की आय का साधन है एवं उनकी आजीविका चलती है। वहीं विश्व के गरीब 1.3 बिलियन लोग अपनी आजीविका, पोषण और सुरक्षा के लिए इस पर निर्भर हैं। उन्होंने बताया कि प्लेटफार्म पर पशु अर्थव्यवस्था में कई पहलुओं की जानकारी मुहैया कराना और गुणवत्ता मानकों में सुधार लाना उनका प्रयास है। एक ही मंच पर पशु आधारित सभी उत्पादों को उपभोक्ताओं के लिए आसानी से उपलब्ध कराना ही उनका लक्ष्य है। इस महत्वकांक्षी एवं पशु अर्थव्यवस्था में एक विश्वस्तरीय व्यापारिक मंच प्रदान करने वाले ऑनलाइन प्लेटफार्म पर आने वाले दिनों में करीब 10 से 12 हजार लोगों को जोड़ने की संभावना है।
सभी को एक प्लेटफाॅर्म पर लाने की तैयारी
एनिमस्टोक द्वारा एक ऐसा प्लेटफार्म बनाया गया है, जिसमें B2B, B2C और C2C यानी व्यवसायी से व्यवसायी, व्यवसायी से उपभोक्ता और उपभोक्ता से उपभोक्ता, कार्य-व्यापार प्रणाली की संपूर्ण सुविधाओं को एकीकृत किया गया है, जिसमें जानवर हैं, तो उनसे प्राप्त होने वाले उत्पाद भी। उनके लिए चारा है तो इलाज और उनकी दवाएं भी। यह स्टार्टअप जिस विषय को लेकर काम कर रहा है, मार्केट के हिसाब से बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि 2021-22 के आंकड़ों के अनुसार दुनिया में पशु अर्थव्यवस्था का आकार 3.7 ट्रिलियन है जबकि भारत में यह 400 बिलियन का है। भारत 24 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दुग्ध उत्पादन में दुनिया में सबसे ऊपर है। 7.6 प्रतिशत वैश्विक हिस्सेदारी के साथ मछली उत्पादन में दूसरे स्थान पर, अंडा उत्पादन में तीसरे स्थान पर तथा मांस उत्पादन में आठवें स्थान पर आता है। चुनौती यह है कि यह सेक्टर अभी भी असंगठित है, अगर संगठित हो जाए तो यह करोड़ों-अरबों का व्यापार है।