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Hindi News पैसा बिज़नेस पंजाब सरकार का खरीदा ये प्राइवेट थर्मल प्लांट, आज नहीं होने दे रहा बिजली की कमी

पंजाब सरकार का खरीदा ये प्राइवेट थर्मल प्लांट, आज नहीं होने दे रहा बिजली की कमी

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तब कहा था कि यह पहली बार है कि सरकार द्वारा एक निजी विद्युत संयंत्र खरीदा जा रहा है। यह पावर प्लांट प्रति मेगावाट 2 करोड़ रुपये की लागत है, जिससे यह देश में सबसे सस्ती खरीद है।

punjab, punjab government, bhagwant mann, bhagwant mann government, therman power plant, power plant- India TV Paisa Image Source : FILE टैरिफ में प्रति यूनिट 1 रुपये से अधिक की कमी का आकलन

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीते साल जनवरी में घोषणा की थी कि पंजाब सरकार ने गोइंदवाल साहिब में 540 मेगावाट का निजी थर्मल पावर प्लांट 1,080 करोड़ रुपये में खरीदा है। यह पावर प्लांट पहले जीवीके पावर के स्वामित्व में था। पंजाब में स्थित श्री गुरु अमरदास थर्मल पावर प्लांट कोयला आधारित बिजली परियोजना है। यह परियोजना वर्तमान में सक्रिय है। सबसे पहले निर्माण के बाद यह प्लांट अप्रैल 2016 में चालू हो गया था। इस पावर प्लांट का विकास जीवीके पावर (गोइंदवाल साहिब) द्वारा किया गया था। वर्तमान में इसका स्वामित्व पंजाब सरकार के पास है, जिसकी इसमें 100% हिस्सेदारी है। यह एक स्टीम टर्बाइन पावर प्लांट है।

पहली बार हुआ ऐसा

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने तब कहा था कि यह पहली बार है कि सरकार द्वारा एक निजी विद्युत संयंत्र खरीदा जा रहा है। यह पावर प्लांट प्रति मेगावाट 2 करोड़ रुपये की लागत है, जिससे यह देश में सबसे सस्ती खरीद है। मान ने यह भी कहा था कि पहली बार यह विपरीत ट्रेंड की शुरुआत हुई है कि सरकार ने किसी निजी बिजली संयंत्र को खरीदा है, जबकि राज्य में पिछली सरकारें चहेते व्यक्तियों को 'बहुत कम' दामों पर संपत्तियां बेचती थीं।

1,100 एकड़ भूमि पर फैला है पावर प्लांट

पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने गोइंदवाल साहिब में 540 मेगावाट के निजी ताप विद्युत संयंत्र को अपने नियंत्रण में लेने के लिए बोली लगाई थी। 540 मेगावाट का यह ताप विद्युत संयंत्र एक स्वतंत्र विद्युत संयंत्र है और यह तरनतारन के गोइंदवाल साहिब में 1,100 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है। सरकार की तरफ से खरीदे जाने के बाद इस विद्युत संयंत्र का नाम तीसरे सिख गुरु के नाम पर श्री गुरु अमरदास थर्मल पावर प्लांट रखा गया है।

टैरिफ में प्रति यूनिट 1 रुपये से अधिक की कमी का आकलन

पचवाड़ा कोयला खदान से हासिल कोयले का उपयोग सिर्फ सरकारी बिजली संयंत्रों के लिए ही किया जा सकता है, इसलिए इस बिजली संयंत्र की खरीद से इस कोयले का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए किया जा सकेगा, ताकि राज्य के हर क्षेत्र को बिजली उपलब्ध कराई जा सके। खरीदारी के समय सरकार का कहना था कि इस खरीद से कुल टैरिफ में प्रति यूनिट 1 रुपये से अधिक की कमी आएगी और इससे बिजली खरीद पर 300-350 करोड़ रुपये की बचत होगी, जिससे राज्य के उपभोक्ताओं को लाभ होगा। इस संयंत्र के अधिग्रहण के साथ अब राज्य में तीन सरकारी और दो निजी थर्मल संयंत्र संचालित हो रहे हैं।

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