सेविंग अकाउंट पर चार्ज में बढ़ोतरी, New KYC नियम समेत ये 5 बड़े बदलाव आज से लागू होंगे
आज से मई का महीना (May 2024) शुरू हो गया है। हर महीने की पहली तारीख से कई बदलाव होते हैं। आइए ऐसे ही 5 बड़े बदलावों के बारे में जानते हैं।
अप्रैल का महीना खत्म हो गया है। आज से मई का नया महीना शुरू हो गया है। इसके साथ ही रुपये-पैसे से जुड़े कई अहम नियम में बदलाव भी हुआ है। आइए जानते हैं कि 1 मई से कौन-कौन से अहम नियम बदल गए हैं और उन नियमों के बदलने से आपकी जेब पर कितना असर होगा।
1. ICICI Bank सेविंग अकाउंट पर शुल्क में बदलाव
आपको बता दें कि आईसीआईसीआई बैंक ने अपने सेविंग अकाउंट पर लगने वाले चार्ज में बदलाव किया है। यह आज यानी 1 मई लागू हो गया है। बदलाव के तहत डेबिट कार्ड पर प्रति वर्ष 200 रुपये तक की वार्षिक फीस शामिल है। ग्रामीण स्थानों के लिए, शुल्क 99 रुपये प्रति वर्ष है। चेक बुक पर, एक वर्ष में 25 चेक लीफलेट के लिए शुल्क शून्य होगा और इससे अधिक, बैंक 4 रुपये प्रति लीफ चार्ज करेगा। बैंक तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) लेनदेन के लिए हस्तांतरित राशि के अनुसार प्रति लेनदेन 2.5 रुपये से 15 रुपये के बीच शुल्क लेगा। वित्तीय कारणों से प्रति ईसीएस/एनएसीएच डेबिट रिटर्न पर 500 रुपये का जुर्माना शुल्क भी लगेगा। एक ही शासनादेश के लिए प्रति माह अधिकतम तीन बार वसूली की जाएगी।
2. PAN–MF फोलियो में नाम गलत होने पर आवेदन रद्द होगा
आज से अगर म्यूचुअल फंड आवेदन पर आपका नाम आपके पैन (स्थायी खाता संख्या) कार्ड से मेल नहीं खाता है, तो आपका आवेदन अस्वीकार कर दिया जाएगा। आधिकारिक रिकॉर्ड में आपका नाम कैसे दिखाई देता है, इसे स्पष्ट बनाने के लिए, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड-अनिवार्य केवाईसी नियम कहते हैं कि आपका नाम एक समान होना चाहिए। अगर आप पहली बार म्यूचुअल फंड फोलियो में निवेश कर रहे हैं, तो आपका नाम और जन्मतिथि आपके पैन पर और आपके आयकर रिकॉर्ड में दिखाई देने वाली तारीख के समान होनी चाहिए।
3. YES Bank मिनिमम बैलेंस के नियम में बदलाव किया
यस बैंक ने आज से सेविंग अकाउंट पर लगने वाले विभिन्न चार्ज में बदलाव का ऐलान किया है। बैंक ने बचत खातों में निर्धारित औसत मासिक शेष (एएमबी) से कम बनाए रखने पर अधिकतम शुल्क बढ़ा दिया है। बैंक 250 रुपये से 1,000 रुपये के बीच शुल्क लेगा। पहले, शुल्क 250 रुपये से 750 रुपये के बीच थे। शुल्क बचत खाते के प्रकार, बैंक शाखा के स्थान और खाते में कमी राशि के आधार पर भिन्न होते हैं। बैलेंस कम रहने के कारण ईसीएस (इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सर्विस) रिटर्न के साथ, बैंक अब पहली बार में 500 रुपये का शुल्क लेगा। दूसरे रिटर्न के बाद से बैंक 550 रुपये चार्ज करेगा।
4. यूटिलिटी बिल चुकाना पड़ेगा महंगा
आज से यूटिलिटी बिल चुकाना पड़ेगा महंगा। बैंक 1 मई से क्रेडिट कार्ड से यूटिलिटी बिल भुगतान पर 1% एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा। आपको बता दूं कि यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने घोषणा किया है कि वे 1 मई, 2024 से अपने क्रेडिट कार्ड से यूटिलिटी बिल के भुगतान पर 1 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लेंगे। अगर आपके पास यस बैंक का क्रेडिट कार्ड है तो 15,000 रुपये की मुफ्त उपयोग सीमा होगी। वहीं, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के लिए 20,000 रुपये है। इससे अधिक के बिल भुगतान पर एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा।
5. एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में होगा बदलाव
1 मई से एलपीजी सिलेंडर और एटीएफ की कीमत में भी बदलाव देखने को मिलेगा। आपको बता दें कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियां रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत तय करती हैं। कंपनियां 14 किलो वाले घरेलू और 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर के दाम तय करती हैं। सीएनजी और पीएनजी की कीमतें भी तय होती हैं।