भारतीयों के लिए अमेरिकी वर्क परमिट नियम में हुए बदलाव के क्या हैं मायने? यहां समझिए पूरी बात
अमेरिका (USA)ने कहा है कि वह रोजगार प्राधिकरण दस्तावेजों यानी ईएडी को अपडेट करने सहित हासिल हुए नए एप्लीकेशन के बैकलॉग को कम करने के मकसद से वर्क परमिट की वैलिडिटी बढ़ा रहा है।
भारतीयों के लिए अच्छी खबर है। संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने हाल ही में वर्क परमिट (US work permit) को लेकर एक स्पेशल अनाउंसमेंट की है। इससे हजारों भारतीयों को फायदा होने वाला है। खासकर वैसे लोगों को जो अमेरिकी ग्रीन कार्ड (green card) का इंतजार कर रहे हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) ने कहा है कि वह पांच साल के लिए ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे लोगों सहित कुछ गैर-आप्रवासी कैटेगरी को रोजगार प्राधिकरण कार्ड (employment authorisation cards) प्रदान करेगी।
रोजगार प्राधिकरण के लिए अप्लाई करना होगा
खबर के मुताबिक, अमेरिकी आव्रजन सेवाओं ने कुछ गैर-नागरिकों के लिए शुरुआती और रिन्युअल ईएडी के लिए रोजगार प्राधिकरण दस्तावेजों (EAD) की अधिकतम वैलिडिटी अवधि को पांच साल तक बढ़ा दिया है, जिन्हें रोजगार प्राधिकरण के लिए अप्लाई करना होगा। फेडरल एजेंसी ने 27 सितंबर को कहा था कि इनमें शरण चाहने वाले या निष्कासन को रोकने, स्थिति में बदलाव और निर्वासन को निलंबित करने या निष्कासन को रद्द करने वाले एप्लीकेशन शामिल होंगे।
अमेरिका ने क्यों उठाया ये कदम
अमेरिका (USA)ने कहा है कि वह रोजगार प्राधिकरण दस्तावेजों यानी ईएडी को अपडेट करने सहित हासिल हुए नए एप्लीकेशन के बैकलॉग को कम करने के मकसद से वर्क परमिट की वैलिडिटी बढ़ा रहा है। कहा यह गया कि मैक्सिमम ईएडी वैधता अवधि को 5 साल तक बढ़ाने का मकसद नए फॉर्म I-765, रोजगार प्राधिकरण के लिए अप्लाई करने वालों की संख्या को काफी कम करना है, जो हमें अगले कई सालों में रिन्युअल के लिए हासिल होता है, जो संबंधित प्रोसेसिंग टाइम और बैकलॉग को कम करने के हमारी कोशिशों में योगदान देता है।
ग्रीन कार्ड बैकलॉग रिकॉर्ड लेवल पर
अमेरिका में रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड (green card) बैकलॉग इस साल रिकॉर्ड 18 लाख मामलों तक पहुंच गया। ग्रीन कार्ड, या स्थायी निवासी कार्ड, एक डॉक्यूमेंट है जो अप्रवासियों को अमेरिका में स्थायी रूप से रहने का अधिकार देता है। देश में सालाना 10 लाख से अधिक ग्रीन कार्ड जारी किए जाते हैं, लेकिन उनमें से सिर्फ 7% ही किसी विशेष कंपनी को अलॉट किए जा सकते हैं।
हजारों भारतीयों को लाभ होगा
अमेरिका की तरफ से उठाए गए इस कदम से खासतौर से उन हजारों भारतीयों को फायदा होने वाला है जो अमेरिका में रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड के लिए इंतजार में हैं। सितंबर में एक अध्ययन से पता चला है कि देश में 10.5 लाख से ज्यादा भारतीय रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड (green card)के लिए कतार में हैं। इनमें से 4 लाख की अमेरिका में स्थायी निवास दस्तावेज मिलने से पहले ही मृत्यु हो सकती है। खबर के मुताबिक, चीनी आवेदकों को 17 साल के इंतजार का सामना करना पड़ा, जबकि साल्वाडोर, होंडुरास और ग्वाटेमाला के आवेदकों के लिए प्रतीक्षा अवधि बहुत लंबी है।