नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में डिजिटल रुपया लॉन्च करने की घोषणा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस डिजिटल रुपया को 1 अप्रैल के बाद कभी भी लॉन्च करने का ऐलान कर सकता है। ऐसे में आपके मन में आने वाले डिजिटल रुपया को लेकर कई सवाल हो सकते हैं कि यह क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग होगा? क्या इसमें भी ट्रेडिंग करने की सुविधा मिलेगी? यह भारतीय मुद्रा रुपया से किस तरह से अलग होगा? क्या इससे आप अपनी जरूरत के सामान की खरीदारी कर पाएंगे? यह कितना सुरक्षित होगा? तो आइए हम आपको मन में उठ रहे उन सभी सवालों का जवाब यहां देते हैं।
क्रिप्टो से कितना अलग होगा डिजिटल रुपया
- डिजिटल रुपया को उस देश का केंद्रीय बैंक जारी करता है। भारत में इसे आरबीआई ही जारी करेगा। वहीं, क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के जरिए तैयार की जाती है।
- डिजिटल रुपया को केंद्रीय बैंक और उस देश की सरकार से मान्यता प्राप्त होती है। वहीं, क्रिप्टोकरंसी के पास केंद्रीय बैंक या सरकार की मान्यता नहीं है।
- डिजिटल रुपया के मूल्य में बदलाव नहीं होगा। यानी उसका मूल्य स्थिर बना रहेगा जैसा अभी रुपया है। क्रिप्टोकरंसी की वैल्यू में बहुत उतार-चढ़ाव होता है।
- आरबीआई जिस डिजिटल रुपया को लॉन्च करेगा उसे आप भारतीय मुद्रा में बदल पाएंगे। क्रिप्टोकरंसी में ऐसा नहीं कर सकते हैं।
डिजिटल रुपया आने से आपको क्या फायदा मिलेगा?
- डिजिटल रुपया आने से लेनदेन की लागत कम हो जाएगी
- आप अपने रिश्तेदारों को बिना ज्यादा शुल्क दिए पैसे भेज सकेंगे
- अभी इस तरह दूसरे देशों में पैसे भेजने पर 7% से अधिक का शुल्क चुकाना पड़ता है
- इससे पेमेंट्स सिस्टम से लेनदेन रियल टाइम में और कम लागत में होगा
डिजिटल रुपया कितना सुरक्षित होगा
चूंकि, इसे आरबीआई जारी करेगा तो क्रिप्टो के मुकाबले यह काफी सुरक्षित होगा। इसमें फर्जीवाड़ा या धोखाधड़ी की संभावना न के बराबर होगी।
छूने का अहसास कर पाएंगे या नहीं
डिजिटल रुपया में आप छूने का अहसास नहीं कर पाएंगे जो अभी प्रचलन में मुद्रा के साथ कर पाते हैं। यानी आप डिजिटल रुपया को घर या पर्स में नहीं रख पाएंगे। इसे वॉलेट, बैंक खाते या ऑनलाइन ही रख पाएंगे।
सामान की खरीदारी और ट्रेडिंग कर पाएंगे या नहीं
इसे आरबीआई जारी करेगा तो इसका इस्तेमाल आप आसानी से किसी सामान की खरीदारी करने के लिए कर पाएंगे। इसे हर जगह स्वीकार्य किया जाएगा। ट्रेडिंग की सुविधा मिलेगी या नहीं यह अभी करना जल्दबाजी होगा।
नौ देशों के पास पहले से डिजिटल करेंसी
अभी तक दुनिया में नौ देश ऐसे हैं जिन्होंने अपना डिजिटल करेंसी लॉन्च कर दिया है। ऐसे में अगर भारत से पहले कोई और देश डिजिटल करेंसी लॉन्च नहीं करता है तो भारत 10वां देश बन जाएगा। वहीं, 14 देश डिजिटल करेंसी को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, 16 देश इसको विकसित करने के चरण में हैं। दुनिया के 41 देश डिजिटल करेंसी को लेकर रिसर्च कर रहे हैं।
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