कोलकाता। चाय निर्यातकों ने सोमवार को कहा कि रूस-यूक्रेन संकट के मद्देनजर सीआईएस (स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल) देशों के कई बैंकों की पहुंच वैश्विक वित्तीय प्रणाली स्विफ्ट तक रोक दी गई है और ऐसे में उद्योग ने निर्यात के लिए भुगतान पाने संबंधी मसलों को लेकर चिंता जताई। भारतीय चाय निर्यात संघ (आईटीईए) के अध्यक्ष अंशुमान कनोरिया ने कहा कि संघर्ष के मद्देनजर सब कुछ अनिश्चित है।
उन्होंने कहा, ‘‘कई रूसी बैंकों के लिए स्विफ्ट तक पहुंच को रोकना चिंताजनक है। रूस भारतीय चाय का सबसे बड़ा आयातक है। उसके बाद ईरान का स्थान है, जिस पर अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण भुगतान की समस्या है।’’ अमेरिका ने यूरोपीय संघ और ब्रिटेन सहित अपने प्रमुख सहयोगियों के साथ सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन (स्विफ्ट) से प्रमुख रूसी बैंकों को अलग करने का फैसला किया था। ऐसा यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के जवाब में किया गया।
चाय बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल रूस ने 340.9 लाख किलोग्राम भारतीय चाय का आयात किया था। उन्होंने कहा कि रूस के साथ भुगतान संबंधी मुद्दों के अलावा जलपोतों की आवाजाही भी एक समस्या है। साथ ही उन्होंने कहा कि आईटीईए सरकार के संपर्क में भी हैं। कनोरिया ने कहा कि भारतीय रुपया और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रूसी रूबल कमजोर हुआ है, जिससे समस्या और बढ़ गई है।
Latest Business News