वित्त मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में अब तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह (टैक्स कलेक्शन) 24 प्रतिशत बढ़कर 15.67 लाख करोड़ रुपये हो गया है। मंत्रालय के अधीन कार्यरत केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक उसका शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 12.98 लाख करोड़ रुपये रहा है जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 18.40 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा कर रिफंड के समायोजन के बाद का है। चालू वित्त वर्ष के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह संबंधी संशोधित बजट अनुमान का करीब 79 प्रतिशत अब तक संग्रहीत किया जा चुका है।
कॉरपोरेट और इनकम टैक्स में भी वृद्धि
संशोधित अनुमान करीब 16.50 लाख करोड़ रुपये रखा गया है जो 14.20 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से अधिक है। सीबीडीटी के बयान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अब तक कुल 15.67 लाख करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ है जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 24.09 प्रतिशत अधिक है। कर संग्रह के आंकड़े 10 फरवरी, 2023 तक के हैं। अप्रैल 2022 से 10 फरवरी, 2023 के बीच कॉरपोरेट आयकर की वृद्धि दर 19.33 प्रतिशत रही है जबकि सकल व्यक्तिगत आयकर संग्रह (पर्सनल इनकम टैक्स) में 29.63 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जीएसटी संग्रह भी बढ़ा था
जनवरी में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह बढ़कर 1.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गया था। यह अब तक का दूसरा सबसे बड़ा संग्रह था। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया था कि जनवरी 2023 में 31 तारीख को शाम पांच बजे तक सकल जीएसटी राजस्व 1,55,922 करोड़ रुपये था। इसमें सीजीएसटी 28,963 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 36,730 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 79,599 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 37,118 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 10,630 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 768 करोड़ रुपये सहित) है।
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