टाटा ग्रुप की पेरेंट कंपनी टाटा संस अपनी सॉफ्टवेयर फर्म टीसीएस के 2.34 करोड़ शेयर 4,001 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेचने की योजना बना रही है। इस ब्लॉक डील की वैल्यू करीब 9,300 करोड़ रुपये के आसपास होने का अनुमान है। बता दें,टाटा संस के पास टीसीएस में 72.38 प्रतिशत हिस्सेदारी है और पिछले एक साल में शेयर 30 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ चुका है।
माना जा रहा है कि टाटा संस की ओर से कदम लिस्टिंग के बचने के लिए उठाया गया है, क्योंकि आरबीआई द्वारा टाटा संस को अपर लेयर एनबीएफसी कंपनी माना गया और इसकी लिस्टिंग को अनिवार्य कर दिया गया है।
52 हफ्ते के उच्चतम स्तर को छुआ
टीसीएस का शेयर आज 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर 4254 रुपये पर खुला था। लेकिन दिन के कारोबार के दौरान शेयर ऊपरी स्तरों पर टिक न सका और 1.78 प्रतिशत गिरकर 4,144 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर बंद हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद टीसीएस मार्केट कैप के हिसाब से देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। इसका मार्केट कैप 15 लाख करोड़ से ज्यादा का है।
टाटा ग्रुप के शेयरों में तेजी
इस महीने की शुरुआत में टाटा ग्रुप के शेयरों में तेजी का ट्रेंड स्पार्क कैपिटल की उस रिपोर्ट के बाद देखने को मिला था। इसमें कहा गया था कि टाटा संस की सिंतबर 2025 तक लिस्टिंग को लेकर बातचीत की गई थी। टाटा संस पर 20,000 करोड़ से अधिक का कर्ज है। अगर टाटा संस को लिस्टिंग से बचना है तो उसे कर्ज को कम करके 100 करोड़ करना होगा। ऐसा करने के लिए टाटा संस को अपना कर्ज टाटा कैपिटल फाइनेंसियल सर्विसेज को ट्रांसफर करना होगा। इससे टाटा संस को लिस्टिंग के अनिवार्य नियम से राहत मिल सकती है।
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