भारत का दिग्गज बिजनेस घराना टाटा ग्रुप आईफोन मैन्युफैक्चरिंग में अपनी क्षमताओं का लगातार विस्तार कर रहा है। इस दिशा में टाटा ग्रुप जल्द ही एक बड़ी डील कर सकता है। एपल की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पेगाट्रॉन (Pegatron) के भारतीय प्लांट में बहुलांश हिस्सेदारी हासिल करने के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) उससे बातचीत कर रही है। मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सौदे के वास्तविक निवेश ब्योरे पर चर्चा जारी है। इसे आम चुनाव के बाद तय किया जाएगा और यह सौदा जुलाई-अगस्त तक होने की संभावना है।
पहले खरीदी थी विस्ट्रॉन की आईफोन यूनिट
पेगाट्रॉन को ईमेल के जरिये इस संबंध में किए गए सवाल का कोई जवाब नहीं मिला, जबकि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इस घटनाक्रम से वाकिफ एक सूत्र ने पुष्टि की है कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स इस सौदे पर काम कर रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि ‘‘सौदे के विवरण पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी।’’ टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने पिछले साल नवंबर में बेंगलुरु में ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन (Wistron) की आईफोन यूनिट को 12.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर में हासिल कर लिया था।
होती है आईफोन 12 और 13 की मैन्युफैक्चरिंग
सूत्रों ने बताया कि पेगाट्रॉन समझौता कम कीमत पर होने की संभावना है। भारत में पेगाट्रॉन कारखाने में आईफोन 12 और आईफोन 13 की मैन्युफैक्चरिंग होती है, जिनकी मांग अब कम होने लगी है। एपल के अपने भारतीय परिचालन को बढ़ाने पर पेगाट्रॉन और टाटा की विस्ट्रॉन फैक्टरी को फायदा होने की उम्मीद है। नवीनतम आईफोन मॉडल, आईफोन 14 और आईफोन 15 चेन्नई में फॉक्सकॉन द्वारा बनाए गए हैं। एपल की अगले चार-पांच साल में भारत में अपने उत्पादन को पांच गुना से अधिक बढ़ाकर 40 अरब डॉलर (करीब 3.2 लाख करोड़ रुपये) करने की योजना है।
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