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Hindi News पैसा बिज़नेस TATA Group 5 लाख युवाओं को देगा जॉब, ऑटो, सेमीकंडक्टर समेत इन सेक्टर में निकलेंगी भर्तियां

TATA Group 5 लाख युवाओं को देगा जॉब, ऑटो, सेमीकंडक्टर समेत इन सेक्टर में निकलेंगी भर्तियां

चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘ यदि हम विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सृजन नहीं कर सकते तो हम विकसित भारत के लक्ष्यों को हासिल नहीं कर सकते, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि हर महीने 10 लाख लोग कार्यबल में आ रहे हैं।’’

PM Narendra Modi with the late Ratan Tata- India TV Paisa Image Source : PTI दिवंगत रतन टाटा के साथ पीएम नरेंद्र मोदी

नौकरी ढूंढ रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। TATA Group के चेयरमैन एन.चंद्रशेखरन ने मंगलवार को कहा कि उनका समूह अगले 5 साल में सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी और संबंधित उद्योगों में विनिर्माण क्षेत्र में पांच लाख नौकरियों का सृजन करेगा। भारतीय गुणवत्ता प्रबंधन फाउंडेशन (IFQM) द्वारा यहां आयोजित सेमिनार में टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि भारत विकास की नीति के बिना विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘‘ सेमीकंडक्टर में हमारे (टाटा समूह के) निवेश, प्रीसीजन मैन्यूफैक्चरिंग, असेंबली, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी और संबंधित उद्योगों में हमारे निवेश के बीच मुझे लगता है कि हम अगले पांच वर्षों में पांच लाख विनिर्माण नौकरियों का सृजन करेंगे।’’ 

कई संयंत्र स्थापित कर रहे हैं हम

असम में समूह के आगामी सेमीकंडक्टर संयंत्र तथा इलेक्ट्रिक वाहनों व बैटरी के लिए अन्य नई विनिर्माण इकाइयों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ हम कई संयंत्र स्थापित कर रहे हैं। ’’ उन्होंने इन पहलों में सरकार के समर्थन की सराहना की और विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सृजन की आवश्यकता पर बल दिया। चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘ यदि हम विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार सृजन नहीं कर सकते तो हम विकसित भारत के लक्ष्यों को हासिल नहीं कर सकते, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि हर महीने 10 लाख लोग कार्यबल में आ रहे हैं।’’ 

10 लाख नौकरियां पैदा करने की जरूरत

चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘हमें 10 लाख नौकरियां सृजित करने की जरूरत है।’’ उन्होंने सेमीकंडक्टर जैसे नए युग के विनिर्माण के महत्व पर जोर दिया जो हर एक रोजगार के लिए आठ से दस अप्रत्यक्ष नौकरियों उत्पन्न करता है। दिवंगत रतन टाटा को याद करते हुए सोमवार को टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा था कि उनके जैया कोई नहीं था। उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि टाटा समूह की कंपनियों में कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवारों की भलाई का भी ध्यान रखा जाए, जिससे समूह में कई नेता तैयार हुए। उन्होंने कहा कि वास्तव में उनके जैसा कोई नहीं था। पेशेवरों के नेटवर्किंग मंच ‘लिंक्डइन’ पर एक पोस्ट में टाटा (86) के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए उन्होंने लिखा, “जो कोई भी टाटा से मिला, वह उनकी मानवता, गर्मजोशी और भारत के लिए सपनों की कहानी लेकर गया। वास्तव में उनके जैसा कोई नहीं था।” 

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