Vistara: भारत में खत्म हुआ विस्तारा का सफर, सिंगापुर एयरलाइंस ने की एयर इंडिया में विलय की घोषणा
जल्द ही हो सकता है कि आपको एयरपोर्ट पर दिखने वाली वॉयलट कलर की एयरलाइंस विस्तारा (Vistara Airlines) के जहाज दिखाई न दें। यह एयरलाइंस ब्रांड कुछ समय बाद खत्म हो सकता है।
भारत के एयरलाइंस उद्योग की ओर से बड़ी घोषणा कर दी गई है। सिंगापुर एयरलाइन्स ने विमानन कंपनी विस्तारा (Vistara Airlines) का टाटा समूह (Tata Group) की एयर इंडिया (Air India) में विलय की घोषणा कर दी है। विस्तारा एयरलाइंस में टाटा समूह की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी 49 प्रतिशत हिस्सेदारी सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) के पास है। इस विलय सौदे के तहत एसआईए एयर इंडिया में 2,058.5 करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी।
ऐसे पहले टाटा समूह की ओर से अपनी रणनीतिक हिस्से दारी वाली चार एयरलाइंस जिसमें विस्तारा, एयर एशिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की एयर इंडिया में विलय की खबरें आई थी। आज इस प्रक्रिया में पहली घोषणा सामने आई है। सिंगापुर एयरलाइंस ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इस सौदे से एसआईए की सभी प्रमुख बाजारों में अच्छी मौजूदगी रखने वाले एयर इंडिया में हिस्सेदारी 25.1 प्रतिशत हो जाएगी। एसआईए और टाटा का लक्ष्य मार्च 2024 तक इस विलय को पूरा करना है। यह नियामकीय मंजूरी पर भी निर्भर करता है।’’
खत्म होगा विस्तारा का सफर
भारत में टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस के करार के साथ 9 जनवरी 2015 को विस्तारा एयरलाइंस ने पहली उड़ान भरी थी। मई 2019 तक कंपनी के पास भारतीय एविएशन मार्केट में 4.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी। कंपनी सूत्रों के अनुसार इस संबंध में बातचीत जारी है, साथ ही सिंगापुर एयरलाइंस संयुक्त इकाई में हिस्सेदारी के आकार का मूल्यांकन कर रही है।
टाटा क्यों उठा रहा है ये कदम
टाटा समूह एयर इंडिया लिमिटेड के तहत अपने एयरलाइन ब्रांडों को एकीकृत करने की योजना पर विचार कर रहा है। टाटा संस ने एअर इंडिया को खरीदने के बाद जनवरी में मैनेजमेंट कंट्रोल लिया था। इसके बाद से ही उसने अपनी चारों एयरलाइंस को इंटीग्रेट करने की प्रोसेस शुरू कर दी थी। इस प्रोसेस के तहत, एयर इंडिया, एअर इंडिया एक्सप्रेस, विस्तारा, एयर एशिया इंडिया और ग्राउंड हैंडलिंग फर्म AISATS एक ही ऑफिस से ऑपरेट होंगे।
एयर इंडिया में 100% हिस्सेदारी
हाल ही में एयर एशिया इंडिया की 100% हिस्सेदारी अब टाटा ग्रुप के पास आ गई है। टाटा के पास अभी एयर एशिया इंडिया में 83.67% हिस्सेदारी थी। दिसंबर 2020 में उसने एयर एशिया इंडिया में अपनी ये हिस्सेदारी बढ़ाई थी। बची हुई हिस्सेदारी मलेशियाई एयरलाइन ग्रुप एयर एशिया के पास थी। एयर एशिया इंडिया ब्रांड नाम 'एयर एशिया' के तहत काम करती है।
टाटा ने दिया सबसे बड़ा ऑर्डर
टाटा इस समय 300 से अधिक नैरो-बॉडी जेट के लिए ऑर्डर देने पर विचार कर रहा है। यह भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा एविएशन ऑर्डर होगा। एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी कैंपबेल विल्सन ने पिछले महीने कहा था कि एयरलाइन पांच साल में 113 विमानों के अपने बेड़े को तीन गुना कर देगी। एयरलाइन 25 एयरबस एसई और पांच बोइंग कंपनी के विमानों को शामिल करने की योजना बना रही है।