अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर धार्मिक पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं देखते हुए निवेशकों ने यहां होटल क्षेत्र में बड़े निवेश के लिए विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रसिद्ध होटल कंपनियां अयोध्या में अपनी शाखाएं स्थापित कर रही हैं। वर्तमान में शहर में करीब 50 प्रमुख होटल निर्माण परियोजनाएं जारी हैं। होटल, रिजॉर्ट और ‘होमस्टे’ में निवेश के साथ अयोध्या होटल उद्योग का एक नया केंद्र बनकर उभर रहा है। इसके अलावा, अच्छे राजमार्ग एवं सड़कें, दीवारों पर भगवान राम के जीवन को दर्शाती चित्रकारियां, सजावट आदि अयोध्या के आकर्षण को बढ़ा रही हैं।
पर्यटन के लिए करीब 18,000 करोड़ रुपये के एमओयू
अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (जीआईएस) के दौरान अयोध्या में पर्यटन के लिए करीब 18,000 करोड़ रुपये के 102 आशय समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने कहा कि जीआईएस के बाद भी कई उद्यमियों ने अयोध्या में पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने के लिए सरकार और जिला प्रशासन के पास अपने प्रस्ताव भेजे हैं। इस समय अयोध्या में पर्यटन से संबंधित 126 परियोजनाएं पूरी होने की कगार पर हैं। इनमें से 46 में समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं, जबकि 80 गैर-एमओयू हैं। इन सभी 126 परियोजनाओं की कुल लागत करीब 4,000 करोड़ रुपये है। दयाल ने कहा कि अयोध्या में करीब 50 प्रसिद्ध होटल कंपनियों ने बड़ी परियोजनाओं में निवेश किया है।
कई नई निवेशक पैसा लगाने को तैयार
इनमें ताज, मैरियट, जिंजर, ओबेरॉय, ट्राइडेंट और रेडिसन शामिल हैं। निर्माण कार्य जल्द ही पूरा होगा। 'राजा की बिल्डिंग' को एक हेरिटेज होटल के रूप में विकसित करने की भी योजना है। एक प्रमुख होटल श्रृंखला इस परियोजना में निवेश करने को इच्छुक है। अयोध्या में होटल उद्योग में चार बड़ी परियोजनाओं के तहत करीब 420 करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान है। इस सूची में पहले नंबर पर ‘पंचे ड्रीमवर्ल्ड एलएलपी’ है, जो 140 करोड़ रुपये की कुल लागत से 'ओ रामा होटल्स एंड रिजॉर्ट्स' परियोजना स्थापित करेगी।
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