चीनी की कीमत महज 15 दिनों में 3 प्रतिशत बढ़ गई, छह साल के टॉप लेवल पर पहुंची
बीते मंगलवार को चीनी की कीमतें (sugar price in domestic market) बढ़कर 37,760 रुपये प्रति मीट्रिक टन हो गईं, जो अक्टूबर 2017 के बाद सबसे अधिक है।
हर रोज की खपत वाली चीनी (sugar) महंगी होती जा रही है। लेटेस्ट आंकड़े बताते हैं कि पिछले महज 15 दिनो में ही कीमत (sugar price) में तीन प्रतिशत की तेजी आई है। उद्योग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, घरेलू चीनी की कीमतें बढ़कर छह साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। आईएएनएस की खबर के मुताबिक, गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में बारिश की कमी के चलते कीमतें बढ़ी हैं, जबकि फेस्टिवल सीजन करीब है, जब मिठाइयों की खपत कई गुना बढ़ जाती है। माना जा रहा है कि इससे खाद्य मुद्रास्फीति बढ़ सकती है.सरकार चीनी निर्यात की अनुमति देने से हतोत्साहित हो सकती है, जिससे वैश्विक कीमतों को समर्थन मिलेगा जो एक दशक से भी अधिक समय में अपने उच्चतम स्तर के करीब हैं।
कीमत अक्टूबर 2017 के बाद सबसे अधिक
खबर के मुताबिक, बीते मंगलवार को चीनी की कीमतें (sugar price in domestic market) बढ़कर 37,760 रुपये प्रति मीट्रिक टन हो गईं, जो अक्टूबर 2017 के बाद सबसे अधिक है। आगामी फेस्टिवल सीजन के दौरान चीनी की मजबूत मांग को ध्यान में रखते हुए, सरकार द्वारा अगस्त के लिए 2 लाख मीट्रिक टन (महीने के लिए आवंटित 23.5 एलएमटी से अधिक) का अतिरिक्त कोटा आवंटित किया गया था। कम बारिश से चीनी मिलें गन्ने की पैदावार में गिरावट का सामना कर रहे हैं। बारिश की कमी से फसल प्रभावित होने के चलते चीनी का प्रोडक्शन घट सकता है. किल्लत को देखते हुए चीनी (sugar)मिलें अब कम दामों पर चीनी की बिक्री नहीं करना चाह रहे हैं. जाहिर है इसका असर कीमतों पर पड़ना तय मालूम पड़ रहा है.
चीनी की बढ़ती कीमत
खुदरा बाजार में 1 जुलाई 2023 को चीनी की औसतन कीमत (sugar price in domestic market) 42.98 रुपये किलो दर्ज की गई थी. लेकिन अब यह 5 सितंबर को बढ़कर 43.42 रुपये किलो पर जा चुकी है। इससे पहले के आंकड़ों पर नजर डालें तो 1 जनवरी 2023 को औसत कीमत 41.45 रुपये किलो रही थी.चीनी के महंगे होने से बिस्कुट से लेकर चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक्स, मिठाइयों आदि की कीमतों पर भी असर पड़ सकता है.