Spicejet Airline: स्पाइसजेट देश की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली एयरलाइन सर्विस (Airline Service) में से एक है। उसके बावजूद भी उसे निवेश के लिए संभावनाएं तलाशने पड़ रहे हैं। कंपनी मार्केट से 2000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है। स्पाइसजेट (Spicejet) इस साल के अंत तक अपने बेड़े में सात नए बोइंग विमान शामिल करने की तैयारी में है।
स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि हमारी दिसंबर तक अपने बेड़े में सात और बोइंग विमानों को शामिल करने की योजना है। हाल के दिनों में स्पाइसजेट की कई उड़ानें तकनीकी गड़बड़ी से प्रभावित हुई थी। इसके बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन के खिलाफ कार्रवाई भी की थी।
सरकार की योजना से मदद की उम्मीद में स्पाइसजेट
सिंह ने कहा कि एयरलाइन अपने समक्ष आ रहे दबावों को दूर करने के लिए काम कर रही है। हम एयरलाइन को इन मुश्किलों से बाहर निकालने के लिए दूसरे विकल्प की तलाश रहे हैं। इसके लिए हम सरकार समर्थित योजना ईसीएलजीएस बोइंग से नए विमान प्राप्त करने और एसएलबी प्रक्रिया के जरिये धन जुटाने के प्रयास में हैं। सिंह ने यह भी कहा कि स्पाइसजेट अन्य एयरलाइंस और बाहरी पक्षों से निवेश प्राप्त करने की संभावनाएं तलाश रही है।
DGCA ने स्पाइसजेट के एक पायलट के लाइसेंस को किया था रद्द
डीजीसीए (DGCA) ने स्पाइसजेट के एक विमान के खराब मौसम में गंभीर रूप से हिलने-डुलने और कई यात्रियों के घायल होने की घटना के सिलसिले में स्पाइसजेट (Spicejet) के पायलट का लाइसेंस छह महीने के लिए निलंबित कर दिया है। यह घटना एक मई को हुई थी। विमान मुंबई (Mumbai) से दुर्गापुर की उड़ान पर था। उस समय बताया गया था कि विमान के गंभीर वायुमंडलीय विक्षोभ के संपर्क में आने के कारण उसमें सवार 14 यात्री और चालक दल के तीन सदस्य घायल हो गए।
पक्षी के टकराने से इंजन में खामी
19 जून को पटना से दिल्ली के लिए उड़ान भरने के बाद स्पाइसजेट के विमान के इंजन में आग लग गयी थी और 184 यात्रियों को लेकर उड़े विमान को कुछ ही मिनट बाद आपात स्थिति में उतारा गया। दरअसल विमान से किसी पक्षी के टकराने से इंजन में खामी आ गयी थी।
स्पाइसजेट ने दर्ज की सबसे अधिक ऑक्यूपेंसी
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने अपने ताजा हवाई यातायात आंकड़ों में कहा कि स्पाइसजेट ने सबसे ज्यादा 84.7 फीसदी ऑक्यूपेंसी दर्ज की है, इसके बाद इंडिगो (77.7 फीसदी), एयर इंडिया (71.1 फीसदी) और गो फर्स्ट (76.5 फीसदी) का स्थान रहा। आंकड़ों पर नजर डाले तो पता चलता है कि विवाद में रहने के बावजूद भी स्पाइसजेट यात्रियों की पहली पसंद बनी रही।
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