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Hindi News पैसा बिज़नेस किसानों के चेहरे पर लौटी मुस्कान, जुलाई में अच्छी बारिश से बुवाई की स्थिति सुधरी, जानें डीटेल

किसानों के चेहरे पर लौटी मुस्कान, जुलाई में अच्छी बारिश से बुवाई की स्थिति सुधरी, जानें डीटेल

धान की बुवाई का क्षेत्र पिछले साल के बराबर ही है, जबकि गन्ने की बुवाई बेहतर है। गैर-खाद्य फसलों में कपास की बुवाई काफी अधिक है। कुल बुवाई क्षेत्र सामान्य बुवाई क्षेत्र का 22 प्रतिशत है, जबकि 2023 में यह 18.6 प्रतिशत था।

Sowing of crops- India TV Paisa Image Source : FILE फसलों की बुवाई

पूरे देश में जुलाई की शुरुआत में अच्छी बारिश हो रही है जो कि नॉर्मल मानसून का संकेत है। केवल जुलाई में औसत से 32 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में ये बात कही गई है। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर और पश्चिम भारत (3 प्रतिशत), मध्य भारत (-6 प्रतिशत), पूर्व और उत्तर पूर्व भारत (0 प्रतिशत) और दक्षिणी प्रायद्वीप (13 प्रतिशत) में अब तक सामान्य बारिश हुई है। अच्छी बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है। बुवाई की स्थिति सुधरी है। आगे भी मानसून नॉर्मल रहने की संभावना है। यह फसलों की बंपर पैदावार कराने में मदद करेगा। 

दलहन और तिलहन की बुवाई में तेजी 

एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की प्रमुख अर्थशास्त्री माधवी अरोड़ा ने कहा, "जून में कम बारिश होने के कारण, जरूरी है कि जुलाई में अच्छी बारिश हो और महीने की शुरुआत अच्छी रही।" हालांकि बुवाई में देरी हुई, लेकिन अब बारिश होने से इसमें तेजी आई है और यह पिछले साल से बेहतर है। रिपोर्ट में कहा गया है, "28 जून तक कुल बुवाई क्षेत्र (24.1 मिलियन हेक्टेयर) पिछले साल की तुलना में काफी अधिक (सालाना आधार पर 33 प्रतिशत) है। यह मुख्य रूप से दलहन और तिलहन की बुवाई में तेजी के कारण है।"

गन्ने की बुवाई बेहतर 

धान की बुवाई का क्षेत्र पिछले साल के बराबर ही है, जबकि गन्ने की बुवाई बेहतर है। गैर-खाद्य फसलों में कपास की बुवाई काफी अधिक है। कुल बुवाई क्षेत्र सामान्य बुवाई क्षेत्र का 22 प्रतिशत है, जबकि 2023 में यह 18.6 प्रतिशत था। अरोड़ा ने कहा, "इस संबंध में जुलाई बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि महीने के अंत तक लगभग 80 प्रतिशत बुवाई पूरी हो जाती है।"

इनपुट: आईएएनएस

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