अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपारजॉय (Biparjoy Cyclone) को लेकर सरकार हर मोर्चे पर कड़ी तैयारी कर रही है। गुजरात तट (Gujarat Coast) की ओर तेजी से बढ़ रहे “अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान” के रूप में वर्गीकृत 'बिपारजॉय' के बृहस्पतिवार को गुजरात तट पर पहुंचने का अनुमान है। इस तूफान को लेकर सरकार ने सुरक्षा इंतजाम तगड़े कर दिए हैं, लेकिन फिर भी जान और माल के नुकसान का खतरा बना हुआ है। इस बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों के प्रबंध निदेशकों के साथ इस तूफान को लेकर एक समीक्षा बैठक की है। जिसमें बीमा कंपनियों से क्लेम के शीघ्र निपटान के लिए कहा गया है, वहीं चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बैंकों को सख्त इंतजाम करने के लिए भी कहा गया है।
पशुधन और नावों के बीमा का हो शीघ्र निपटान
तूफान की चेतावनी जारी होने के बाद आम लोगों और मछुआरों को सुरक्षित स्थाानों की ओर भेज दिया गया है। लेकिन फिर भी यहां तटों पर खड़ी नावों, खेतों में खड़ी फसलों के अलावा मवेशी और अन्य पशुधन को नुकसान पहुंचने का अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, “वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीवन, मत्स्य पालन, पशुधन, फसलों, नावों और संपत्ति के नुकसान से उत्पन्न होने वाले दावों को शीघ्रता से निपटाया जाना चाहिए।”
बैंकों को दिए कर्मचारियों की सुरक्षा के निर्देश
बैठक के दौरान, श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि सभी आपदा प्रबंधन नियमों का पालन करने के साथ-साथ कर्मचारियों को इसके बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। बैंकों और बीमा कंपनियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बिपारजॉय चक्रवात के दौरान कर्मचारियों को पर्याप्त देखभाल, भोजन और दवा मिले। बैठक में बैंकों और बीमा कंपनियों के एमडी ने बिपारजॉय चक्रवात के मद्देनजर एहतियाती उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
मौसम विभाग ने कहा है कि पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिले के तटों पर बुधवार दोपहर से 65-75 किमी प्रति घंटे से लेकर 85 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। IMD के मुताबिक, कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिले में ये हवाएं धीरे-धीरे 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार अख्तियार कर लेंगी और फिर गुरुवार तक 150 किलोमीटर प्रति घंटे के स्तर पर पहुंच जाएंगी। मौसम विभाग ने बताया कि सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों में समुद्री स्थितियां बुधवार शाम तक बहुत खराब व अस्थिर रहने के आसार हैं।
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