अडाणी समूह की दस सूचीबद्ध कंपनियों में से नौ के शेयर सोमवार को नुकसान में रहे। निवेशकों की उदासीनता के कारण समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर नौ प्रतिशत तक टूट गए। इस गिरावट का मतलब है कि हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी समूह की सभी कंपनियों को कुल मिलाकर 12,37,891.56 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। हिंडनबर्ग ने अडाणी समूह पर वित्तीय धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में हेराफेरी करने का आरोप लगाया था। अडाणी समूह का संयुक्त रूप से बाजार पूंजीकरण मूल्य अब 6.81 लाख करोड़ रुपये रह गया है जो 24 जनवरी को 19.19 लाख करोड़ रुपये था। यानी अडाणी समूह की कंपनियों का मार्केट कैप 12.38 लाख करोड़ घट गया है।
अडाणी एंटरप्राइजेज में सबसे ज्यादा गिरावट
समूह की कंपनियों में सोमवार को और ज्यादा गिरावट आई। इस दौरान बीएसई पर अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर की कीमत 9.17 प्रतिशत गिरकर 1,194.20 रुपये रह गई। कारोबार के दौरान एक समय इसमें 11.99 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। अडाणी टोटल गैस और अडाणी विल्मर के शेयरों में पांच-पांच प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। अडाणी ट्रांसमिशन के शेयरों में 4.99 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 4.99 प्रतिशत, एनडीटीवी में 4.98 प्रतिशत, अडाणी पावर में 4.97 प्रतिशत, अंबुजा सीमेंट्स में 4.50 प्रतिशत और एसीसी के शेयरों में 1.95 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
सिर्फ अडाणी पोर्ट्स हरे निशान में बंद
अडाणी समूह की सिर्फ एक कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड ही कारोबार के अंत में बढ़त के साथ बंद हुई। उसकी भी बढ़त सिर्फ 0.55 प्रतिशत रही। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 175.58 अंकों या 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,288.35 पर बंद हुआ। शेयर बाजार में लगातार सातवें दिन गिरावट दर्ज की गई है। सेंसेक्स 16 फरवरी के बाद से 2,031.16 अंक या 3.31 प्रतिशत गिर चुका है।
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