नयी दिल्ली। भारत में कच्चे तेल के उत्पादन में गिरावट जारी है और नवंबर 2021 के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन के चलते कुल उत्पादन में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में कच्चे तेल का उत्पादन 24.3 लाख टन था, जो एक साल पहले इसी अवधि में 24.8 लाख टन और अक्टूबर 2021 में 25 लाख टन था।
समीक्षाधीन अवधि में तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने पश्चिमी अपतटीय क्षेत्रों में उपकरण जुटाने में देरी के कारण नवंबर में 16 लाख टन कच्चे तेल का उत्पादन किया, जो तीन प्रतिशत की कमी को दर्शाता है। ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) ने नवंबर में 2,41,420 टन कच्चे तेल का उत्पादन किया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2,43,200 टन और अक्टूबर 2021 में 2,52,990 टन था।
भारत कच्चे तेल की 85 प्रतिशत जरूरतों को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर है, क्योंकि घरेलू उत्पादन मांग को पूरा करने के लिए अपर्याप्त है। आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों - अप्रैल-नवंबर 2021 के दौरान भारत में कच्चे तेल का उत्पादन 2.74 प्रतिशत गिरकर 198.6 करोड़ टन हो गया। इस दौरान ओएनजीसी का उत्पादन 129.4 करोड़ टन रहा, जो 4.18 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है।
हालांकि, प्राकृतिक गैस का उत्पादन नवंबर में 2.86 अरब घर मीटर (बीसीएम) रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 23 प्रतिशत अधिक है। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और बीपी पीएलसी द्वारा संचालित केजी-डी6 ब्लॉक में नए क्षेत्रों से उत्पादन शुरू होने के चलते हुई।
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