मुसीबत! Paytm के साथ अब क्या हो गया, जो कंपनी के शेयर लगभग 9% तक लुढ़क गए
सेबी की तरफ से नोटिस विजय शेखर शर्मा द्वारा प्रमोटर वर्गीकरण मानदंडों का कथित रूप से पालन न करने के बदले मिला है। लंबे समय से पेटीएम की मुसीबत खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है।
पेटीएम ब्रांड की मूल कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस की मुसीबत खत्म होने का नाम नहीं ले रही। ताजा घटनाक्रम में अब पूंजी बाजार नियामक सेबी ने विजय शेखर शर्मा और पेटीएम के डायरेक्टर्स को आईपीओ उल्लंघन के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक, नोटिस शर्मा द्वारा प्रमोटर वर्गीकरण मानदंडों का कथित रूप से पालन न करने से संबंधित हैं। जांच आरबीआई से मिले इनपुट के आधार पर शुरू की गई थी, जिसने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच की थी। इसके बाद कंपनी के शेयर 8.88% तक लुढ़क गए।
कंपनी ने किया नोटिस से इनकार
हालांकि, पेटीएम ने इनकार करते हुए कहा कि सेबी की ओर से हमें कोई नया नोटिस नहीं मिला है, वार्षिक वित्तीय परिणामों में पहले ही इसका खुलासा कर दिया गया है। कंपनी ने शुरुआती प्रतिक्रिया के जरिये मामले को पहले ही संबोधित कर दिया है, और मामले के संबंध में जरूरी प्रतिनिधित्व करते हुए सेबी के साथ नियमित संपर्क में है। कंपनी अनुपालन और पारदर्शिता के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।
नवंबर 2021 से जुड़ा यह मामला
खबर के मुताबिक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (पेटीएम की पैरेंट कंपनी) के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और नवंबर 2021 में इसके आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के दौरान काम करने वाले बोर्ड सदस्यों को तथ्यों को कथित रूप से गलत तरीके से प्रस्तुत करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस शर्मा द्वारा प्रमोटर वर्गीकरण मानदंडों का कथित रूप से पालन न करने से संबंधित हैं। ऊपर बताए गए लोगों ने बताया कि जांच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से मिले इनपुट के आधार पर शुरू की गई थी, जिसने इस साल की शुरुआत में पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच की थी।
इतने पर आज बंद हुए शेयर
वन97 कम्यूनिकेशंस का शेयर एनएसई में आखिरकार 4.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 530 रुपये पर बंद हुआ। जबकि बीएसई में यह स्टॉक 4.41% की गिरावट के साथ 530.05 रुपये के लेवल पर बंद हुआ। खबर में यह कहा गया है कि शर्मा लिस्टिंग के बाद कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ईएसओपी) के लिए अयोग्य हो जाते, क्योंकि सेबी के नियमों के अनुसार प्रमोटरों को आईपीओ के बाद ईएसओपी प्राप्त करने से रोका जाता है।
शर्मा की हिस्सेदारी 10% से घटी
खबर के मुताबिक, पेटीएम के मामले में, आईपीओ दस्तावेज दाखिल करने से पहले, शर्मा ने अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी वीएसएस होल्डिंग्स ट्रस्ट नामक एक पारिवारिक ट्रस्ट को ट्रांसफर कर दी थी। इस ट्रांसफर से पहले, शर्मा के पास वन 97 कम्युनिकेशन का 14.6 प्रतिशत हिस्सा था और ट्रासंफर के बाद, शर्मा की हिस्सेदारी घटकर 9.6% रह गई - जो नियमों में निर्दिष्ट 10% सीमा से थोड़ा कम है।