निवेशकों का पैसा निकालने के लिए संपत्तियों की नीलामी करने जा रहा SEBI, जानें क्या है मामला?
SEBI Auction Properties: सेबी ने निवेशकों का पैसा ब्याज समेत वापस करने के निर्देश के बाद उनकी कुछ संपत्तियों को कुर्क कर लिया था। अब इस संबंध में आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
SEBI Auction Properties: पूंजी बाजार नियामक सेबी निवेशकों का पैसा निकालने के लिए 14 जुलाई को अराइज भूमि डेवलपर्स और उसके निदेशकों की 11 संपत्तियों की नीलामी करेगा। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने मंगलवार को एक नोटिस में कहा कि इन संपत्तियों की नीलामी 43 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य पर की जाएगी। नीलामी से बेची जाने वाली संपत्तियों में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में स्थित जमीन, एक दुकान और एक भूखंड शामिल हैं। अराइज़ भूमि डेवलपर्स ने अपनी विभिन्न निवेश योजनाओं के जरिये कृषि भूमि की खरीद के नाम पर वर्ष 2013-14 में लोगों से आठ करोड़ रुपये से अधिक रकम जुटाई थी। उस समय निवेशकों को अनुबंध खत्म होने पर एक अनुमानित राशि देने का वादा किया गया था।
सेबी ने दी जानकारी
सेबी के अनुसार, अराइज की यह योजना सीआईएस (सामूहिक निवेश योजना) बनने के लायक थी, लेकिन इसके लिए नियामक से अनिवार्य पंजीकरण की जरूरत होती है। हालांकि, कंपनी सेबी से जरूरी मंजूरी लिए बगैर ये योजनाएं लेकर आई थी। सेबी ने कहा कि वह 14 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे के बीच ऑनलाइन तरीके से कंपनी और उसके निदेशकों की संपत्तियों की नीलामी करेगा। इसके लिए संपत्तियों का कुल आरक्षित मूल्य 43.6 करोड़ रुपये आंका गया है। सेबी ने निवेशकों का पैसा ब्याज समेत वापस करने के निर्देश के बाद उनकी कुछ संपत्तियों को कुर्क कर लिया था। मामले में सेबी ने बैंक और डीमैट खाते भी कुर्क किए थे।
सेबी पहले भी ले चुका है इस तरह का फैसला
निवेशकों का अटका पैसा (Investors Money) वापस दिलाने के लिए सेबी ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। अब सेबी कंपनियों की संपत्तियों को नीलाम कर निवेशकों का पैसा वापस दिलाने का प्रयास करेगी। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार निवेशकों का पैसा निकालने के लिए 28 जून को 51 करोड़ रुपये के कुल आरक्षित मूल्य के साथ सात कंपनियों की 17 संपत्तियों की नीलामी करेगा। इन कंपनियों में एमपीएस ग्रुप, टावर इन्फोटेक और विबग्योर ग्रुप शामिल हैं। सेबी ने एक नोटिस में कहा है कि इनके अलावा नियामक प्रयाग समूह, मल्टीपर्पज बीआईओएस इंडिया ग्रुप, वारिस फाइनेंस इंटरनेशनल ग्रुप और पायलन ग्रुप ऑफ कंपनीज की संपत्तियों को भी नीलामी के लिए रखेगा। पूरे पश्चिम बंगाल में फैली नीलामी वाली इन 17 संपत्तियों में भूखंड, बहुमंजिला इमारतें, फ्लैट और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं।