त्योहारी सीजन के पहले सप्ताह में ई-कॉमर्स मंचों की बिक्री 30 प्रतिशत बढ़ी
पहली श्रेणी की तुलना में दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में ई-कॉमर्स मंचों की बिक्री अधिक बढ़ेगी।
त्योहारी सीजन के पहले सप्ताह के दौरान ई-कॉमर्स मंचों की बिक्री में सालाना आधार पर 30 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। भंडारगृह प्रबंधन प्रौद्योगिकी कंपनी ईजीईकॉम ने बुधवार को कहा कि पहली श्रेणी की तुलना में दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में ई-कॉमर्स मंचों की बिक्री अधिक बढ़ेगी। ईजीईकॉम ने कहा, ‘‘ई-कॉमर्स मंचों का त्योहारी सेल पर पहला सप्ताह सामान्य दिनों के सकल व्यापारिक मूल्य से पांच गुना अधिक रहा, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 1.3 गुना अधिक है।’’ कंपनी ने कहा कि यह विश्लेषण उसके सॉफ्टवेयर 'एज-ए-सर्विस' मंच द्वारा जुटाए गए डेटा पर आधारित है। इसके अलावा कंपनी ने कहा कि ई-कॉमर्स मंचों पर उत्पाद श्रेणियों में 14 प्रतिशत की वृद्धि भी दर्ज की गई है।
प्रत्येक मिनट में लगभग1,100 मोबाइल फोन बेचे
ई-कॉमर्स कंपनियों ने त्योहारी सीजन की सेल के पहले चार दिन में 24,500 करोड़ रुपये (3.5 अरब डॉलर) का माल बेचा। रणनीति परामर्श कंपनी रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान बड़े ई-कॉमर्स मंचो पर प्रत्येक मिनट में लगभग1,100 मोबाइल फोन बेचे गए, जिनका मूल्य 11,000 करोड़ रुपये बैठता है। इसमें सबसे अधिक प्रीमियम फोन श्रेणी में बिक्री हुई है। इसके अलावा फैशन श्रेणी में दैनिक औसत सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) में सामान्य दिनों के कारोबार की तुलना में 4.5 गुना का उछाल देखा। पहले चार दिन में इस श्रेणी में 5,500 करोड़ रुपये की बिक्री हुई। रेडसीर ने कहा, ‘‘पहली त्योहारी सीजन की सेल के शुरुआती चार दिन यानी 22 से 25 सितंबर के दौरान ई-कॉमर्स मंचों ने 24.5 हजार करोड़ रुपये या 3.5 अरब डॉलर की बिक्री की है। इसका त्योहारी बिक्री के लिए अनुमानित सकल व्यापारिक मूल्य में 60 प्रतिशत का योगदान है।’’
बेहतर शुरुआत का संकेत
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल की त्योहारी सीजन की सेल के पहले चार दिन का अनुमानित सकल व्यापारिक मूल्य में 59 प्रतिशत का योगदान रहा था। यह आंकड़ा इस साल त्योहारी सीजन में उम्मीद से बेहतर शुरुआत का संकेत है। रिपोर्ट के अनुसार, ई-कॉमर्स मंच दीपावली से पहले तक तीन त्योहारी सीजन की सेल का आयोजन करते हैं। इनमें से पहली सेल आमतौर पर सबसे बड़ी होती है और त्योहारी अवधि के दौरान कुल बिक्री में इसका 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा होता है।