सरकार को पूरा भरोसा है कि चालू वित्त वर्ष (FY2023-24) के दौरान 12,000 किलोमीटर से 13,000 किलोमीटर के बीच नेशनल हाइवे बन जाएगा। सरकार ने हालांकि इस साल के लिए लक्ष्य 13,813 किलोमीटर है। मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2019-20 में 10,237 किलोमीटर, 2020-21 में 13,327 किलोमीटर, 2021-22 में 10,457 किलोमीटर और 2022-23 में 10,331 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया। मंत्रालय ने जनवरी, 2024 के अंत तक 7,685 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण पूरा कर लिया है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह बात कही।
दो महीनों में 4,500-5,000 किलोमीटर बनने की उम्मीद
खबर के मुताबिक, सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने कहा कि हम बाकी दो महीनों में 4,500-5,000 किलोमीटर को लेकर आशान्वित हैं, जिससे हमें चालू वित्त वर्ष में 12,000 से 13,000 किलोमीटर के बीच लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। यह दूसरी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि होगी। जैन ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में हालांकि अब तक की सबसे ज्यादा चार-लेन सड़कों का निर्माण किया जाएगा। चालू वित्त वर्ष में 9,500 किलोमीटर की क्षमता वृद्धि के साथ अब तक की सबसे अधिक गति या पहुंच नियंत्रित राजमार्ग बनाए जाएंगे, जो एक रिकॉर्ड होगा।
2014 से अब तक कितना बना
मंत्रालय को मार्च के आखिर तक 10,000 करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजनाएं आवंटित करने का भी भरोसा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क 2014 में 91,287 किलोमीटर से 60 प्रतिशत बढ़कर वर्ष 2023 में 1,46,145 किलोमीटर हो गया है। सचिव ने कहा कि चार लेन और उससे ऊपर के नेशनल हाइवे की लंबाई साल 2014 में 18,387 किलोमीटर से 2.5 गुना बढ़कर नवंबर 2023 में 46,179 किलोमीटर हो गई।
सरकार ने पिछले साल नवंबर में जानकारी देते हुए बताया था कि देश में नेशनल हाइवे बनाने की स्पीड चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों के दौरान 20.78 किलोमीटर प्रतिदिन रही। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राजमार्ग विकास की गति बनाए रखने और 2023-24 में 12,500 किलोमीटर हाइवे बनाने की योजना बनाने की बात कही थी।
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