रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी से लौट रही रौनक, चालू वित्त वर्ष में 10 फीसदी तक उछाल की उम्मीद
Real Estate News: अब लोग बड़े साइज वाले फ्लैट खरीदना पसंद कर रहें हैं। यह बदलाव कोरोना महामारी के बाद आया है। इस नई रिपोर्ट ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
Residential Real Estate: कोरोना काल के आने के बाद से देश के प्रमुख छह शहरों में आवासीय क्षेत्र के डेवलपरों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने और पिछले वित्त वर्ष में घरों की कीमतें बढ़ने के बावजूद चालू वित्त वर्ष में घरों की बिक्री में 8-10 प्रतिशत वृद्धि की संभावना जताई है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की बुधवार को जारी इस रिपोर्ट के अनुसार, राजस्व संग्रह में मजबूती रहने और कर्ज का बोझ कम होने से रियल एस्टेट डेवलपरों की साख भी मजबूत होगी। रिपोर्ट कहती है कि मध्यम, प्रीमियम एवं लग्जरी घरों की मांग में उछाल से पिछले दो वित्त वर्षों में अच्छी बिक्री हुई है। इससे रियल एस्टेट कंपनियों के फायदे और साख को मजबूत करने में मदद मिली और मध्यम अवधि में इसे कायम रहना चाहिए।
8-10 प्रतिशत तक उछाल की उम्मीद
यह रिपोर्ट रियल एस्टेट क्षेत्र की 11 बड़ी एवं सूचीबद्ध कंपनियों के अलावा 76 छोटी एवं मध्यम आकार की आवासीय रियल एस्टेट कंपनियों के बीच कराए गए अध्ययन पर आधारित है। क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक अनिकेत दानी ने कहा कि स्वस्थ आर्थिक वृद्धि रहने से आवासीय रियल एस्टेट की मांग बढ़ रही है। इसकी वजह यह है कि कार्यालयों में अब भी कामकाज के लिए एक हद तक हाइब्रिड मॉडल लागू है। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसी परिस्थिति में ब्याज दरों और पूंजीगत मूल्य में वृद्धि होने के बावजूद घरों की मांग 8-10 प्रतिशत पर बने रहने की उम्मीद है। कोविड-19 महामारी से पहले जहां 4.5 साल की बिक्री के लिए आवासीय इकाइयां उपलब्ध थीं, वहीं अब यह औसत गिरकर तीन साल पर आ गया है। मूल्यांकन के आधार पर 11 बड़ी और सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनियों की बिक्री पिछले वित्त वर्ष में 50 प्रतिशत बढ़ गई जबकि क्षेत्रफल के आधार पर इसमें 20 प्रतिशत वृद्धि हुई।
घर खरीदने को लेकर लोगों का नजरिया बदला
रिसर्च फर्म एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, जिन टॉप 7 शहरों में फ्लैट्स साइज बढ़ा है, उसमें NCR (National Capital Region) सबसे आगे है। एनसीआर ने पिछले पांच वर्षों में औसत फ्लैट आकार में सबसे अधिक वृद्धि देखी है। 2018 में यह लगभग 1,250 sqft था और 2023 की पहली तिमाही में करीब 1,700 sqft पहुंच गया। NCR के डेवलपर्स डिमांड पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं और उसके अनुसार बड़े साइज वाले घर बना रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार कोरोना से पहले तक ऐसे कॉम्पैक्ट घरों की मांग ज्यादा थी, जो लोगों के बजट में आसानी से आ जाएं। लेकिन 2020 में होम बायर्स की पसंद एकदम से बदल गई है। वर्क-फ्रॉम-होम और स्टडी-फ्रॉम-होम कल्चर से बड़े घरों के चलन में वृद्धि हुई। इससे ये अनुमान भी लगाया जा सकता है की लग्जरी रियल एस्टेट की ओर ज्यादातर बायर्स आकर्षित हो रहे हैं और ज्यादातर बड़े घरों में लक्स सुविधाओं, इंटीरियर डिज़ाइन और स्मार्ट होम सुविधाओं की पेशकश उनकी प्राथमिकता बन चुकी है, जिससे खरीदारों को उनमें निवेश करने के सभी कारण मिलते हैं।