देश में 5जी स्पेक्ट्रम की 7 दिन चली नीलामी प्रक्रिया सोमवार को समाप्त हो गई। इसके साथ ही ग्राहकों को सुपरफास्ट डाउनलोडिंग स्पीड देने वाली 5जी सेवाओं शुरुआत को लेकर इंतजार भी शुरू हो गई है। इस बीच स्पेक्ट्रम नीलामी में सबसे बड़ी बोली लगाने वाली देश की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी रिलायंस जियो ने 5जी सेवाओं की शुरुआत को लेकर भी जानकारी साझाा की है।
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रिलायंस जियो ने कहा कि देशभर में फाइबर की उपलब्धता और मजबूत वैश्विक भागीदारी के साथ वह कम-से-कम समय में 5जी सेवाएं शुरू करने के लिये पूरी तरह से तैयार है। कंपनी ने यह भी कहा कि जियो विश्वस्तरीय, किफायती 5जी सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश एम अंबानी ने बयान में कहा, “जियो विश्वस्तरीय और किफायती 5जी सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। हम ऐसी सेवाएं, मंच और समाधान प्रदान करेंगे जो विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि, विनिर्माण और ई-संचालन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की डिजिटल क्रांति को गति देंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरे भारत में 5जी के क्रियान्वयन के साथ आजादी का अमृत महोत्सव मनाएंगे।’’
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जियो ने लगाई सबसे बड़ी बोली
नीलामी के इस दौर में रिलायंस जियो शीर्ष बोलीदाता रही। कंपनी ने पांच बैंड में 24,740 मेगाहर्ट्ज रेडियो तरंगों के लिये 88,078 करोड़ रुपये की बोली लगाई। रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के बारे में कहा कि उसने 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम हासिल किये हैं। इससे अत्याधुनिक 5जी नेटवर्क तैयार होगा।
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कंपनी ने कहा, ‘‘इस स्पेक्ट्रम के उपयोग के अधिकार के साथ कंपनी दुनिया का सबसे उन्नत 5जी नेटवर्क बनाने में सक्षम होगी और वायरलेस ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी में भारत के वैश्विक नेतृत्व को और मजबूत करेगी।’’
चार कंपनियों ने भाग लिया था
दूरसंचार विभाग ने इस नीलामी में कुल 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की बिक्री की पेशकश की है। इस नीलामी में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा अडाणी एंटरप्राइजेज ने शिरकत की। नीलामी के दौरान दौरान रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसी कंपनियों के बीच स्पेक्ट्रम के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा रही। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले दिनों कहा था कि 5जी नीलामी इस बात को रेखांकित करती है कि उद्योग विस्तार करना चाहता है और विकास के चरण में प्रवेश कर गया है। उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम के लिए निर्धारित आरक्षित मूल्य उचित है और यह नीलामी के परिणाम से साबित होता है।
4G से कितना अलग होगा 5G?
5G नेटवर्क भारत का अब तक का सबसे तेज मोबाइल नेटवर्क होगा। जो कुछ ही सेकेंड्स में इंटरनेट से हमारी जरूरत की जानकारी लाकर देने में सक्षम होगा। इससे हम 4G की तुलना में तेज वीडियो डाउनलोड्स कर पाएंगे। 5G में लेटेंसी यानी धीमापन नेट चलाते वक्त महसूस नहीं होगा। लेटेंसी कम होने से नेटवर्क की स्पीड बेहद तेज हो जाएगी। इसके आने से हमें टेलीमेडिसिन, माइनिंग, वेयरहाउसिंग और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर के काम में तेजी देखने को मिलेगी।
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